टीवी कलाकारों ने शेयर किये अपने पुराने अनुभव
पहली सैलरी मिलने के बाद कई लोग सोचते हैं कि उसे कैसे खर्च किया जाए और उसकी हर किसी के दिल में एक खास जगह होती है एण्डटीवी के कलाकारों ने अपने करियर की शुरूआत साधारण सैलरीज से की थी और अब वे अपनी पहली कमाई मिलने से जुड़ी कहानियों को याद कर रहे हैं। भीमा में धनिया की भूमिका निभा रही स्मिता सेबल ने कहा, ‘वह दिन मुझे आज भी याद है जब पूरे दिन काम करने के बाद पहली सैलरी के रूप में मुझे 1500 रूपये मिले थे। यह पैसे ज्यादा नहीं थे, लेकिन मुझे कोई बड़ी उपलब्धि पाने के जैसा अनुभव हुआ।’
‘अटल’ में कृष्ण बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभा रहे आशुतोष कुलकर्णी ने बताया, ‘मुझे वह दिन अ भी याद है, जब पुणे के आकाशवाणी | रेडियो स्टेशन से मुझे अपना पहला पेचेक मिला था। उस वक्त मैं 14 साल का था और स्कूल में पढ़ता था । वह मेरे कॅरियर का एक छोटा-सा पड़ाव था, लेकिन मेरी पूरी दुनिया उसमें समाई थी। और उस अनुभव की आज भी मेरे दिल में एक खास जगह है। ‘
‘हप्पू की उलटन पलटन’ के दरोगा हप्पू सिंह, ऊर्फ योगेश त्रिपाठी ने बताया, ‘मैं उस पल को कभी नहीं भूल सकता, जब मुझे मेरी पहली सैलरी मिली थी। वह 600 रूपये थे, जो मैंने एक थियेटर प्ले से कमाये थे। उन दिनों ने मुझे कड़ी मेहनत और लगन की कीमत समझाई।’ ‘भाबीजी घर पर हैं’ में अंगूरी भाबी का किरदार अदा कर रही शुभांगी अत्रे ने कहा, ‘मुझे अपनी पहली सैलरी मिलने का रोमांच अब भी याद है पहली सैलरी के तौर पर मुझे 300 रूपये मिले थे और उस वक्त मैं 12वीं कक्षा में पढ़ती थी, लेकिन मेरी भावनाएं उससे जुड़ी हैं।