बाराबंकी, 20 जुलाई, 2020: सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम बनौक में बीते शुक्रवार को मिले नवजात बालक को मीडिया में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर बाल कल्याण समिति न्यायपीठ ने चाइल्ड लाइन 1098 और स्थानीय पुलिस के द्वारा रिकवर कराकर आवश्यक उपचार हेतु डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल के गहन शिशु चिकित्सा इकाई में भर्ती कराया है। नवजात शिशु का वजन डेढ़ किलो होने और अस्वस्थ्य पाया गया है।
शनिवार को चाइल्ड लाइन बाराबंकी की टीम जिला समन्वयक जियालाल और टीम सदस्य जीनत बेबी ने स्थानीय पुलिस के साथ ग्राम बनौक पहुंच कर शिशु को अपना लेने वाले दम्पत्ति रीता देवी पत्नी सतनाम से बच्चे को विधिक संरक्षण के लिए बाल कल्याण समिति न्यायपीठ के समक्ष पेश करने का अनुरोध किया और शिशु को न्यायपीठ के समक्ष पेश कराया।
जहां से न्यायपीठ की अध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी श्रीवास्तव सदस्य रत्नेश कुमार व सुरेश चंद गुप्ता ने डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश पारित किया और चाइल्ड लाइन टीम व सफदरगंज के उप निरीक्षक कांस्टेबल के साथ शिशु को लोहिया अस्पताल में भर्ती करा दिया है। शिशु के स्वस्थ्य होने के बाद विधिक संरक्षण की आगे की कार्यवाही की जाएगी।
नवजात शिशु को गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में समिति न्यायपीठ की अध्यक्ष ने बताया कि शिशु को गोद लेने के लिए भारत सरकार के बाल दत्तक ग्रहण प्राधिकरण कारा की गाइडलाइन का पालन करते हुए किशोर न्याय बालको की देखरेख एवं संरक्षण अधिनयम 2015 के प्रावधानों व नियमो के तहत ही कोई पात्र दम्पत्ति गोद ले सकते हैं, सीधे अपने आप किसी भी शिशु को अपने पास नही रख सकता है।