प्रति वर्ष 15 अगस्त के दिन हमारे देश का स्वत्रंतता दिवस मनाया जाता है यह बात हम सभी देशवासियों को पता है 15 अगस्त के दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते हैं, लेकिन सर्वप्रथम 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के अनुसार नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले से झंडा फहराया था।
अधिकतर लोगों को शायद यह ज्ञात नही होगा कि सर्वप्रथम जो आज हम जो राष्ट्रीय गान गाते है उसकी रचना रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा किया गया था, रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा ‘जन-गण-मन’ वर्ष1911 में ही लिखा जा चुका था, लेकिन यह राष्ट्रगान के रूप में वर्ष1950 में स्वीकार किया गया था। शुरू शुरू में ‘जन-गण-मन’ के स्थान पर जो आज हमारे देश की राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय द्वारा लिखा गया है इसे राष्ट्रीय गान बनाया जाना था। वंदे मातरम रचना वर्ष1882 में राष्ट्र गीत के रूप में की गई थी और इस गीत को बांग्ला और संस्कृत दो भाषाओं में लिखा गया है। इस गीत को देश में राष्टीय गान के समकक्ष दर्जा प्राप्त है और राष्टीय गीत को गाने में लगने वाला समय भी लगभग 52 सेकंड है। वैसे तो राष्ट्रगान’ और ‘राष्ट्रीय गीत’ किसी भी देश की वो धरोहर हैं, जिससे उस राष्ट्र की पहचान से जुड़ी हुई होती है। हमारे देश के ‘राष्ट्रगान’ और ‘राष्ट्रीय गीत’ की भावनाएं भले ही अलग हों, लेकिन अंतत: इससे राष्ट्रभक्ति की भावनाओं की अभिव्यक्ति ही है।
यहां आपको यह बताते चले कि 15 अगस्त का दिन हमारे भारत के अतिरिक्त विश्व के तीन अन्य देशों की भी स्वतंत्रता दिवस है। जिसमे दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त 1945 को आज़ाद हुआ था। ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त 1960 को स्वत्रंत हुआ था।
इस बात पर यदि हम सच कहें तो आजादी के बाद से हमारे देश भक्त लोगों और स्वत्रंतता प्राप्त करने के लिये अपने प्राणों के बलि देने वाले लोगों के परिजनों को आज तक हमने क्या दिया या उनके लिये क्या किया? बल्कि ऐसे लोग तो हाशिये पर चले गये। फिर भी आज तक ऐसे लोग अपने सभी तरह के गमों को भुलाकर स्वत्रंतता दिवस के दिन को बड़े ही उत्साह पूर्वक मानते चले आ रहे हैं। इस तरह हम देख सकते हैं कि आजादी 75 वीं वर्षगांठ पर चाहे वह पिंजड़े में बंद तोते जैसे बेजुबान पक्षी हो या संसार के किसी भी प्राणी का स्वत्रंतता प्रत्येक प्राणी की मूल अधिकार है।
- प्रस्तुति : जी के चक्रवर्ती