सोमवार को तड़के थी मां-बेटे की फ्लाइट, दगा दे गया बेटा, लोगों की मिन्नतों का भी नहीं हुआ उस पर असर
लखनऊ,06 अगस्त 2019: अपनों से जब धोखा मिलता है तो वह अंदर तक तोड़ कर रख देता है कुछ ऐसा ही वाकया माँ फातिमा के साथ भी हुआ जिसे वह छह कर भी नहीं भुला पा रही है। बता दें कि जिस विधवा मां ने अपने इकलौते बेटे को पाल- पोषकर बड़ा किया और पढ़ाया-लिखाया, उसी बेटे ने अपनी मां के साथ ऐसे वक्त में दगा की, जब वह हज करने के लिए मक्का मुकर्रमा जा रही थीं। बेटे ने हज की सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हज हाउस में एहराम तक धारण किया, लेकिन अचानक उसने हज पर जाने से मना कर दिया। अपने लख्ते जिगर की बेरुखी देखकर मां जार-ओ-कतार रोयीं।
उनके आंसू देखकर हज हाउस में मौजूद लोगों की आंखें भी भर आयीं। सभी ने बेटे से मिन्नते कीं, लेकिन वह नहीं पसीजा। उसने वहीं हज हाउस में एहराम उतारा और मां को रोता-बिलखता छोड़कर घर चला गया। बाद में हज कमेटी के अफसरों ने महिला को उस ग्रुप के अन्य यात्रियों के साथ हज के लिए रवाना किया।
मीडिया ख़बरों के अनुसार इस मां का नाम फातिमा जमाल (62) और उसके बेटे का नाम आमिर (28) है। फातिमा सीतापुर के खैराबाद की रहने वाली हैं और दो साल पहले सीतापुर में टीर्चस ट्रेनिंग कालेज के प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुई। फातिमा के शौहर अश्फाक का निधन आमिर के बचपन में ही हो गया था। फातिमा ने आमिर को अच्छे स्कूल-कालेज में उच्च शिक्षा दिलायी।
कालेज से रिटायर होने के बाद फातिमा ने जब आमिर को सेटल करा दिया, तो हज जाने की अपनी तमन्ना को पूरा करने के लिए फार्म भरा। उनकी यह ख्वाहिश पूरी हुई और उनका लाटरी में चयन भी हो गया। उन्होंने बेटे आमिर का व अपना पूरा हज खर्च जमा किया। सोमवार को तड़के 5.25 बजे फातिमा और आमिर की उड़ान थी। इसके लिए हज कमेटी ने उनके पासपोर्ट, वीजा आदि भी दे दिये। तड़के तीन बजे के करीब इस उड़ान के सभी यात्रियों ने एहराम (हज व उमरा के दौरान पहना जाने वाला विशेष वस्त्र) भी धारण कर लिया था।
यात्रियों को हज हाउस से बसों द्वारा एयरपोर्ट भेजा जा रहा था, तभी आमिर ने अचानक हज पर जाने से मना कर दिया। यह सुनकर सभी स्तब्ध रह गये। सभी ने आमिर को बहुत समझाया, लेकिन उसका कहना था कि वह हज करने नहीं जाएगा। फातिमा ने आमिर से तमाम मिन्नतें कीं। उसे पिता अश्फाक का वास्ता दिया, लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा। उसने वहीं हज हाउस में ही एहराम उतार दिया और अपनी मां को छोड़कर चला गया। बाद में हज कमेटी के अधिकारियों ने फातिमा को उसके ग्रुप के अन्य हज यात्रियों के साथ रवाना कर दिया।
- मंसूर अली से साभार