उपभोक्ताओं की हर माह अलग-अलग लोकेशन से की गई मीटर रीडिंग की हो रही जांच: उपभोक्ता परिषद
लखनऊ, 03 फरवरी: उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की तरफ से चलाई जाने वाले साप्ताहिक प्रादेशिक वेबीनार में आज काफी संख्या में विद्युत उपभोक्ताओं ने बिजली कंपनियों के बिलिंग सॉफ्टवेयर पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए हुए कहा बिलिंग सॉफ्टवेयर में बहुत कमियां हैं उसे उपभोक्ता हितों के तहत रिव्यू किया जाना चाहिए, वही प्रदेश के अनेकों जनपदों से जुडे विद्युत उपभोक्ताओं ने बिजली कंपनियों द्वारा प्राइवेट कंपनियों के मीटर रीडरों पर बडा गुस्सा जाहिर करते हुए कहा की बड़े पैमाने पर पूरे प्रदेश में मीटर रीडर टेबल रीडिंग कर रहे हैं यानी कि बिना उपभोक्ता के परिसर पर जाए ही मनमाने तरीके से रीडिंग भर देते हैं।
इस विषय पर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को अवगत कराते हुए कहा नवंबर दिसंबर 2023 में बिजली कंपनियों ने स्वत: अपने बिलिंग एप्लीकेशन के मास्टर डाटा में यह पाया है कि 1 किलोमीटर से 10 किलोमीटर की परिधि में सभी बिजली कंपनियों में मीटर रीडरो द्वारा पूरे प्रदेश में लगभग 62 लाख विद्युत उपभोक्ताओं की रीडिंग की गई जिसकी लोकेशन हर माह बदल जा रही है, यह कैसे संभव है जब मकान अपनी जगह स्थित है।
वहीं दिसंबर के महीने में एक ही दिन एक ही लोकेशन पर अलग-अलग मीटर रीडरों द्वारा 17 लाख विद्युत उपभोक्ताओं की रीडिंग की गई जो टेबल रीडिंग की तरफ इशारा करती है यानी कि जब प्रदेश में 60 से 70 लाख विद्युत उपभोक्ताओं की रीडिंग इसी प्रकार से होगी तो प्रदेश के उपभोक्ताओं का उत्पीडन होना तय है सभी को पता है कि प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं का मकान जिस अक्षांश व देशांतर के मध्य है उसमें कोई बदलाव हो ही नहीं सकता तो ऐसे में एक ही लोकेशन से 17 लाख विद्युत उपभोक्ताओं की रीडिंग का मतलब एक ही जगह मीटर रीडरों ने बैठकर रीडिंग भारती जिसको टेबल रीडिंग कहा जाता है।
आज इसके समाधान के लिए उपभोक्ता परिषद ने पावर कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक श्री पंकज कुमार व निदेशक वाणिज्य श्री अमित कुमार श्रीवास्तव को अवगत करा दिया है और घर बैठे मीटर रीडर द्वारा भरी जा रही रीडिंग पर सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है। जिस पर पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने कहा मामला पावर कारपोरेशन के संज्ञान में है सभी बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश जारी किए जा चुके हैं और इसकी जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विभिन्न जनपदों से जुडे प्रमुख रूप से उपभोक्ता जितेंद्र त्रिपाठी, संदीप कुमार गुप्ता, राजेश प्रजापति, विनोद कुमार गुप्ता, राजपाल सिंह, शैलेश श्रीवास्तव, पवन प्रजापति, अभय सिंह, अनुराग माही, आयुष्मान, राजा, राजीव कुमार, राजकुमार पाराशर, विनय कुमार अग्रहरि, विनोद कुमार गुप्ता ने जहां अपने जनपदों की अनेकों समस्याएं उठाते हुए वर्तमान में विद्युत ट्रिपिंग पर भी सवाल उठाया और कहा लगातार ट्रिपिंग इस समय बढ़ रही है इस पर भी प्रबंधन को अवगत कराया जाए जिस पर उपभोक्ता प्रतिशत अध्यक्ष ने कहा जल्द ही आपकी समस्याओं से पावर कार्पोरेशन प्रबंधन को अवगत कराया जाएगा।