पूर्व मंत्री ने मदर्स-डे पर आयोजित कार्यक्रम में कहा, बच्चों को दें अपनी संस्कृति की शिक्षा
लखनऊ, 14 मई 2023: इस जगत में जो कुछ है, उसकी तुलना किसी दूसरे से की जा सकती है। सिर्फ एक “मां” है जिसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। वह सबसे ऊपर है। बच्चे की हर शक्ति के पीछे मां का हाथ होता है। मां को हटा दिया जाए तो जीव जगत की कल्पना ही नहीं की जा सकती। ये बातें पूर्व मंत्री स्वाती सिंह ने कही। वे आइडियल इलेमेंट्री इंटर कालेज, अर्जुनगंज में मदर्स-डे की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं।
उन्होंने कहा कि धर्म ग्रंथों में मनुष्यों पर चार तरह के ऋण बताए गए हैं। जो कि देव, ऋषि, पितृ और मातृ ऋण। तीन ऋणों से मुक्ति के उपाय बताये गये हैं, लेकिन मातृ ऋण से कभी मुक्ति नहीं मिलती। ऐसी मां के लिए किसी एक दिन तय करना उचित नहीं है। हमारी संस्कृति में मां को तो हर दिन समर्पित होना चाहिए। जितना संभव हो मां के चरणों में समर्पण भाव से झुकना चाहिए। यदि मां की छाया आपके ऊपर है तो कोई विपदा नहीं आ सकती।
स्वाती सिंह ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को पहचानने की जरूरत है। बच्चों को भी बेहतर शिक्षा के साथ ही बेहतर ढंग से अपनी संस्कृति को भी बताया जाना चाहिए। इससे उनमें दया भावना जागृत होगी। आशावादी होंगे। जब आशावादी होंगे तो विपरित परिस्थितियों से उनमें घबराहट नहीं आयेगी। उससे वे सीखेंगे और आगे पथ पर अग्रसर होंगे। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने लघु नाटिका और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।