• मॉप अप राउंड आज, अब फरवरी 2019 में चलेगा अगला राउंड
• एक से 19 वर्ष के बच्चों को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े की दवा
• अभियान में शतप्रतिशत सफलता के लिए सभी CMO को निर्देश
लखनऊ, 20 अगस्त 2018: जी हां, अगर आज चूके तो छह माह बाद मुफ्त में मिलेगी कीड़े की दवा एल्बेंडोजोल. क्योंकि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान का आज माप अप राउंड चल रहा है और अगला राउंड अब अगले वर्ष 2019 के फरवरी माह में चलेगा. गत शुक्रवार को चलने वाला यह राउंड बुधवार को पूर्व पीएम अटल विहारी वाजपेयी के निधन के बाद सोमवार तक के लिए टल गया था.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के महाप्रबंधक डॉक्टर हरिओम दीक्षित ने रविवार को बताया कि सोमवार को माप अप राउंड के लिए तैयारी पूरी कर ली गईं है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेजा जा चुका है. उम्मीद है इस राउंड में हम लक्ष्य के करीब पहुंच जाएंगे.
इनको मिलेगी मुफ्त दवा
मॉप अप राउंड के तहत एक वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को पेट के कीड़े की दवा एल्बेंडोजोल खिलाई जाएगी. एक से दो साल तक के बच्चों को अल्बेंडाजोल की आधी गोली और दो साल से ऊपर के बच्चों को अल्बेंडाजोल की पूरी गोली दी जाएगी. 10 अगस्त यानि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को उत्तर प्रदेश में सात करोड़ नौ लाख बच्चों को लक्ष्य मानते हुए कीड़े की दवा एल्बेंडोजोल खिलाई गई थी.
शतप्रतिशत सफलता का लक्ष्य
एन.एच.एम. (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ) के एम.डी. ने प्रदेश के सभी CMO को दिए निर्देश में लिखा है कि जिलों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस यानि 10 अगस्त को जिन बच्चों को कीड़े की दवा एल्बेंडोजोल का सेवन नहीं कराया जा सका है. उनको मॉप अप राउंड में जरूर दवा खिलवाएं. अभियान की शतप्रतिशत सफलता के लिए अधिकारी अलर्ट रहें. साथ ही यह भी सुनिश्चित कर लें कि दवाइयां हर केंद्र पर उपलब्ध हैं या नहीं. सभी सी.एम.ओ. को यह भी निर्देश हैं कि शिक्षा विभाग और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को अपने पर्यवेक्षण रिपोर्ट से अवगत कराएं.
खाली पेट भी खा सकते हैं दवा
एन.एच.एम. से जारी पत्र में लिखा गया है कि कीड़े की दवा एल्बेंडोजोल चबाकर ही खाना है. भोजन के उपरान्त खिलाना एक भ्रांति है. यह दवा खाली पेट भी खिलाई जा सकती है. जिन बच्चों के पेट में कीड़े अधिक होते हैं उनको दवा खाने के बाद मिचली आना या उल्टी महसूस होना स्वाभाविक है. ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं हैं. गोली खाते समय यदि दवा अटक जाए तो बच्चे को हल्का सा झुकाकर उसकी पीठ पर हल्की थपकी दें. गोली स्वतः बाहर आ जाएगी.