कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा जी ने ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ जैसे सशक्त अभियान का उपहास उड़ाया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमती सुप्रिया श्रीनेत ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के मुद्दे को उठाते हुए भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए।
उन्होंने कहा कि जेपी नड्डा भाजपा के पहले नेता नहीं हैं जिन्होंने ऐसा किया, आख़िरकार बार बार भाजपा महिलाओं, लड़कियों का उपहास क्यों कर रही है? उनको लड़कियों के सशक्तिकरण से क्या दिक्क़त है? बात साफ़ है वह इस अभियान पर हमला कर रहे हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि महिलाएं स्वतंत्र हों, सशक्त हों। नारी शक्ति से केवल नड्डा जी ही नहीं उनकी पूरी पार्टी डरती है।
नड्डा जी, महिलाएँ सिर्फ़ कुरीतियों के ख़िलाफ़ या संकुचित मानसिकता के ख़िलाफ़ ही नहीं लड़ रही हैं बल्कि वह सबसे बड़ी लड़ाई अपने हक़ की लड़ रही हैं – वह समानता की लड़ाई लड़ रही हैं, समान शिक्षा और अवसरों की लड़ाई लड़ रही हैं, और अब वह रुकने वाली नहीं हैं। नड्डा जी और भाजपा को लगता है कि महिलाएं केवल एक बाथरूम और एक गैस सिलेंडर के लायक हैं। बार बार शौचालय और गैस सिलेंडर का हवाला दे कर आखिरकार भाजपा क्या सिद्ध करना चाहती है? शौचालय एक अधिकार है- एक सुविधा है-किसी भी सरकार की ज़िम्मेदारी है, यह महिलाओं के ऊपर कोई उपकार नहीं है।