मुंबई, 17 सितंबर 2025: डिजिटल व्यापार की दुनिया में आज दो महत्वपूर्ण घोषणाएं हुईं, जो छोटे-बड़े कारोबारियों के लिए नई संभावनाएं खोल रही हैं। एक ओर व्हाट्सएप ने मुंबई में आयोजित अपने दूसरे बिजनेस समिट में एआई-सपोर्टेड टूल्स, पेमेंट और एड्स जैसे फीचर्स लॉन्च किए, वहीं दूसरी ओर सौर ऊर्जा कंपनी सात्विक ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने अपने ₹900 करोड़ के आईपीओ की घोषणा की, जो कल से खुलने वाला है। ये विकास भारत के डिजिटल और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर को मजबूत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
व्हाट्सएप बिजनेस समिट 2025: छोटे से बड़े कारोबार के लिए स्मार्ट फीचर्स का तोहफा
मुंबई में 16 सितंबर को आयोजित व्हाट्सएप बिजनेस समिट 2025 में मेटा ने छोटे से लेकर बड़े व्यवसायों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने के लिए कई क्रांतिकारी फीचर्स पेश किए। समिट का फोकस ग्राहक जुड़ाव बढ़ाने, लेन-देन को सरल बनाने और एआई की मदद से स्केलेबल सपोर्ट प्रदान करने पर रहा।
मेटा इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अरुण श्रीनिवास ने कहा, “ये नए टूल्स ( New tools at WhatsApp Summit )कंपनियों को बेहतर रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (आरओआई) देंगे और ग्राहक संबंधों को और मजबूत करेंगे।” सबसे प्रमुख घोषणा व्हाट्सएप बिजनेस ऐप में इन-ऐप पेमेंट फीचर की रही। अब छोटे व्यापारी आसानी से क्यूआर कोड शेयर करके ग्राहकों से सीधे पेमेंट प्राप्त कर सकेंगे, जो लेन-देन को तेज, सुरक्षित और कैशलेस बनाएगा। इसके अलावा, इन-ऐप कॉलिंग फीचर लॉन्च किया गया है, जिससे यूजर्स बड़ी कंपनियों को डायरेक्ट कॉल कर सकेंगे। भविष्य में इसमें वीडियो कॉल और वॉयस मैसेज का सपोर्ट जुड़ जाएगा, जो टेलीहेल्थ जैसी सेवाओं के लिए उपयोगी साबित होगा।
बिजनेस एआई के साथ इंटीग्रेशन से कंपनियां ऑटोमेटेड कस्टमर सपोर्ट दे सकेंगी, जैसे पर्सनलाइज्ड प्रोडक्ट रेकमेंडेशन और वेबसाइट पर फॉलो-अप। एड्स मैनेजमेंट को भी आसान बनाने के लिए एड्स मैनेजर इंटीग्रेशन पेश किया गया। अब कारोबार एक ही प्लेटफॉर्म से व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर विज्ञापन कैंपेन चला सकेंगे। मेटा का एडवांटेज+ एआई बजट को ऑप्टिमाइज करके प्रदर्शन बढ़ाएगा। भारत में जल्द ही स्टेटस टैब पर विज्ञापन और प्रमोटेड चैनल्स दिखाई देंगे, जिसका इस्तेमाल मारुति सुजुकी और एयर इंडिया जैसे ब्रांड पहले से कर रहे हैं। साथ ही, छोटे व्यवसाय एक ही नंबर से व्हाट्सएप बिजनेस ऐप और प्लेटफॉर्म दोनों का लाभ उठा सकेंगे।
कांतार 2025 रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 91% ऑनलाइन यूजर्स साप्ताहिक रूप से बिजनेस से चैट करते हैं, और ये फीचर्स इसी ट्रेंड को मजबूत करेंगे। समिट में सरकारी सेवाओं को भी व्हाट्सएप पर एकीकृत करने पर जोर दिया गया, जो नागरिकों के लिए आसान एक्सेस सुनिश्चित करेगा।
सात्विक ग्रीन एनर्जी का ₹900 करोड़ आईपीओ: ओडिशा में 4GW सौर प्लांट के लिए फंडिंग
मुंबई: दूसरी बड़ी खबर सौर ऊर्जा क्षेत्र से है। गुरुग्राम स्थित सात्विक ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Satvik Green Energy IPO) अपना प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) शुक्रवार, 19 सितंबर 2025 को लॉन्च करने जा रही है।
कुल ₹900 करोड़ के इस इश्यू में ₹700 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹200 करोड़ का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) शामिल है। एंकर निवेशकों के लिए बोली 18 सितंबर को होगी, जबकि सामान्य निवेशकों के लिए यह 19 से 23 सितंबर तक खुली रहेगी। प्राइस बैंड ₹442 से ₹465 प्रति शेयर रखा गया है, जिसमें कर्मचारियों को ₹44 प्रति शेयर की छूट मिलेगी। न्यूनतम लॉट साइज 32 शेयरों का है, यानी रिटेल निवेशकों को कम से कम ₹14,880 (कटऑफ प्राइस पर) निवेश करना होगा। बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के रूप में डीएम कैपिटल एडवाइजर्स, एम्बिट प्राइवेट और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स काम करेंगे।
कंपनी ने 15 सितंबर को रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) दाखिल किया है, और लिस्टिंग बीएसई व एनएसई पर 26 सितंबर को प्रस्तावित है। इश्यू बुक बिल्डिंग प्रक्रिया से होगा, जिसमें 50% से अधिक हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए आरक्षित रहेगा। फ्रेश इश्यू से जुटाई गई राशि का उपयोग बकाया कर्ज चुकाने, सहायक कंपनी सात्विक सोलर इंडस्ट्रीज में निवेश, और ओडिशा के गोपालपुर इंडस्ट्रियल पार्क में 4GW सौर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करने में होगा। शेष फंड सामान्य कॉर्पोरेट कार्यों के लिए इस्तेमाल होगा।
कंपनी की वर्तमान क्षमता मार्च 2025 तक 3.8 GW है, और जून 2025 तक ऑर्डर बुक 4.05 GW की है, जिसमें अधिकांश घरेलू ऑर्डर हैं। वित्तीय वर्ष 2025 में कंपनी का राजस्व ₹2,192 करोड़ और लाभ ₹214 करोड़ रहा, जो पिछले साल से दोगुना है।
प्रमोटर्स नीलेश गर्ग, माणिक गर्ग, मनविका गर्ग और एसपीजी ट्रस्ट हैं। हालांकि, कंपनी के टॉप 10 ग्राहकों पर निर्भरता (79% तक राजस्व) एक जोखिम है, लेकिन सौर क्षेत्र की बढ़ती मांग इसे आकर्षक बनाती है। लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह आईपीओ एक अच्छा अवसर हो सकता है। ये दोनों घटनाएं भारत के डिजिटल इकोनॉमी और ग्रीन एनर्जी सेक्टर को गति देने वाली हैं। निवेशक और कारोबारी इनका फायदा उठाने को तैयार हैं।