बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को केंद्र और राज्य की सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ताबड़तोड़ घोषणाएं, शिलान्यास और आधे-अधूरे कार्यों का उद्घाटन करने से किसी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है। उन्होंने बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों के निष्काषित व स्वार्थी किस्म के लोगों को शामिल करने से कोई पार्टी मजबूत नहीं होती। मायावती ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के 100 वर्ष पूरे होने पर पार्टी को बधाई दी। मायावती ने सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा चुनाव घोषित होने से कुछ समय पहले केंद्र व उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा ताबड़तोड़ घोषणाओं, शिलान्यास व आधे-अधूरे कार्यों के उद्घाटन से पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अब यह अच्छी तरह से समझ चुकी है। मैं प्रदेश की जनता को ऐसे सभी हथकंडो से सावधान रहने की अपील करती हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम के नये स्वरूप का लोकार्पण किया था। हाल के दिनों में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने कई योजनाओं का लोकार्पण, उद्घाटन किया है। ऐसा समझा जाता है कि मायावती का इशारा इसी तरफ था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा मीडिया के एक वर्ग द्वारा जनता के सामने यह सब हर दिन इसे ऐसे दर्शाया जाता है जैसे यह कोई बड़ी घटना हो।
मायावती ने पंजाब में शिअद के 100 वर्ष पूरे होने पर पार्टी के नेताओं को बधाई देते हुए कहा कि देश में कम ही ऐसी पार्टियां हैं, जिन्होंने 100 वर्षों से अधिक लोगों की सेवा की है। उनमें से शिअद भारत की पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है, जो 100 वर्षों से पंजाब की जनता के लिए निरंतर संघर्ष करती रही है और अभी भी कर रही है। मायावती ने कहा पंजाब का मेरे हृदय में विशेष स्थान रहा है। दशकों से बसपा व पंजाब के लोगों के मजबूत रिश्ते रहे हैं।
पंजाब बसपा के संस्थापक काशीराम की जन्मभूमि होने के साथ-साथ वह महान भूमि भी हैं, जहां से उन्होंने बहुजन समाज के उत्थान के लिए संघर्ष शुरू किया। गौरतलब है कि पंजाब में अगले वर्ष की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बसपा और शिअद ने गठबंधन किया है।