72 घंटे से हो रही बर्फबारी
उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट छह माह बंद रहने के बाद मंगलवार को विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। इस दौरान शून्य से नीचे तापमान के बीच हजारों तीर्थयात्री बर्फ से ढंके मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मंदिर में पूजा अर्चना की।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी रावल भीमाशंकर ने अन्य पुजारियों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विशेष पूजा अर्चना कर सुबह छह बजकर 20 मिनट पर मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए। इस मौके पर मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया।
केदारनाथ धाम और उसके आसपास का पूरा इलाका बर्फ से ढका हुआ है। चारों तरफ एक फुट से ज्यादा उंची बर्फ की परत जमी हुई है। हालांकि, मंदिर परिसर और धाम की ओर जाने वाले मार्गों से बर्फ हटा दी गयी है।
#Kedarnath Dham portals opened for the pilgrims. pic.twitter.com/x843XoYLHF
— All India Radio News (@airnewsalerts) April 25, 2023
तीर्थयात्रियों पर हेलिकॉप्टर पुष्प वर्षा
बैंड की धुनों के बीच भजन कीर्तन एवं शिवभक्तों के जय श्री केदार, बम-बम भोले के उद्घोष से केदारनाथ धाम गुंजायमान रहा। कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थयात्रियों पर हेलिकॉप्टर पुष्प वर्षा भी की गई। बाइस अप्रैल को अक्षय तृतीया पर गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के साथ इस वर्ष की चारधाम यात्रा शुरू हो गई। एक अन्य धाम बदरीनाथ के कपाट 27 अप्रैल को खुलेंगे।
30 तक बंद रहेगा पंजीकरण
29 अप्रैल तक बर्फबारी और बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने के चलते राज्य सरकार ने केदारनाथ के लिए श्रद्धालुओं का पंजीकरण 30 तारीख तक बंद कर दिया है, जबकि ऋषिकेश, गौरीकुंड पर यात्रियों को फिलहाल वहीं ठहरने को कहा जा रहा है।
27 अप्रैल को खोले जाएंगे बद्रीनाथ के कपाट
चारधाम यात्रा शनिवार को अक्षय तृतीया से शुरू हुई। अगले 5 दिन में हिन्दू तीर्थ यात्री बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के दर्शन करेंगे। गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 22 अप्रैल को खुल गए थे। बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खोले जाएंगे।