मुंबई: भारतीय शेयर बाजार में अक्टूबर 2025 का स्वागत दो प्रमुख कंपनियों के बहुप्रतीक्षित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से हो रहा है। कोवर्किंग स्पेस प्रोवाइडर वीवर्क इंडिया मैनेजमेंट लिमिटेड का आईपीओ 3 अक्टूबर को खुलेगा, जबकि टाटा ग्रुप की प्रमुख एनबीएफसी टाटा कैपिटल लिमिटेड का आईपीओ 6 अक्टूबर से शुरू होगा। ये दोनों आईपीओ निवेशकों के बीच उत्साह बढ़ा रहे हैं, क्योंकि वीवर्क इंडिया का मुद्दा लगभग ₹3,000 करोड़ का है, तो टाटा कैपिटल का ₹15,512 करोड़ तक का जो 2025 का सबसे बड़ा आईपीओ बन सकता है।
वीवर्क इंडिया आईपीओ: फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस सेक्टर में नया अध्याय
वीवर्क इंडिया, जो एम्बेसी ग्रुप द्वारा समर्थित और वीवर्क ब्रांड का एक्सक्लूसिव लाइसेंस होल्डर है, भारत का प्रमुख प्रीमियम फ्लेक्सिबल वर्कस्पेस ऑपरेटर है। कंपनी ने 2017 में लॉन्च होने के बाद पिछले तीन वित्तीय वर्षों में राजस्व के मामले में सबसे बड़ा ऑपरेटर बन चुकी है। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का ऑपरेटिंग राजस्व 17% बढ़कर ₹1,949 करोड़ हो गया, और नेट प्रॉफिट ₹128 करोड़ रहा (पिछले साल ₹135.7 करोड़ का लॉस था)। जून 2025 तक कंपनी का नेट डेब्ट ₹297.3 करोड़ था, जिसे आईपीओ के बाद कम करने की योजना है।
ओपनिंग डेट: 3 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार); एंकर निवेशकों के लिए 1 अक्टूबर।
क्लोजिंग डेट: 7 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)।
प्राइस बैंड: ₹615-₹648 प्रति शेयर (फेस वैल्यू ₹10)।
लॉट साइज: न्यूनतम 23 शेयर (रिटेल के लिए ₹14,904 आवेदन राशि); अधिकतम 13 लॉट (299 शेयर)।
इश्यू साइज: 46,296,296 शेयरों का ऑफर फॉर सेल (ओएफएस)—एम्बेसी बिल्डकॉन एलएलपी 35,402,790 शेयर, 1 एरियल वे टेनेंट लिमिटेड 10,893,506 शेयर बेचेगी। कोई फ्रेश इश्यू नहीं।
लिस्टिंग: बीएसई और एनएसई पर।
बुक रनिंग लीड मैनेजर्स: जेएम फाइनेंशियल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, जेफरीज, कोटक महिंद्रा कैपिटल, 360 वन।
कंपनी का लक्ष्य आईपीओ के बाद 20% से अधिक राजस्व वृद्धि है। रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (आरएचपी) के अनुसार, यह आईपीओ कंपनी को डेब्ट कम करने और ग्रोथ के लिए मजबूत आधार देगा।
टाटा कैपिटल आईपीओ: वित्तीय सेवाओं का दिग्गज प्रवेश
टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड की सब्सिडियरी टाटा कैपिटल, आरबीआई द्वारा अपर लेयर एनबीएफसी के रूप में वर्गीकृत, रिटेल फाइनेंस (61.3%), एसएमई फाइनेंस (26.2%) और कॉर्पोरेट फाइनेंस (12.5%) में सक्रिय है। जून 2025 तक कंपनी ने 7.3 मिलियन से अधिक ग्राहकों को 25+ लेंडिंग प्रोडक्ट्स (होम लोन, पर्सनल लोन आदि) उपलब्ध कराए हैं।
आईपीओ से प्राप्त पूंजी का उपयोग टियर-1 कैपिटल बेस मजबूत करने, ऋण वितरण बढ़ाने और भविष्य की जरूरतों के लिए होगा। हालांकि, कंपनी को ब्याज दर जोखिम (38.6% फिक्स्ड रेट लोन vs 48% फ्लोटिंग रेट बॉरोइंग) और ₹7,809 करोड़ की कंटिंजेंट लायबिलिटीज का सामना है।
ओपनिंग डेट: 6 अक्टूबर 2025 (सोमवार); एंकर निवेशकों के लिए 3 अक्टूबर।
क्लोजिंग डेट: 8 अक्टूबर 2025 (बुधवार)।
प्राइस बैंड: ₹310-₹326 प्रति शेयर (फेस वैल्यू ₹10)।
लॉट साइज: न्यूनतम 46 शेयर; गुणक में।
इश्यू साइज: 475,824,280 शेयर (₹15,511.87 करोड़ तक)—210,000,000 फ्रेश इश्यू (₹6,846 करोड़) + 265,824,280 ओएफएस (टाटा संस 230 मिलियन, आईएफसी 35.8 मिलियन शेयर)।
लिस्टिंग: बीएसई और एनएसई पर (13 अक्टूबर अनुमानित)।
बुक रनिंग लीड मैनेजर्स: कोटक महिंद्रा कैपिटल, एक्सिस कैपिटल, बीएनपी पारिबा, सिटीग्रुप, एचडीएफसी बैंक, एचएसबीसी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, आईआईएफएल कैपिटल, जे.पी. मॉर्गन, एसबीआई कैपिटल।
कंपनी ने 26 सितंबर 2025 को आरएचपी जारी किया, जो टाटा ग्रुप की ब्रांड वैल्यू और 70+ ग्रुप कंपनियों के साथ सिनर्जी पर जोर देता है।ये आईपीओ बाजार में तरलता बढ़ाने और निवेशकों को विविध विकल्प देंगे। रिटेल निवेशक एसबीए या यूपीआई के जरिए आवेदन कर सकते हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत फंडामेंटल्स के कारण दोनों मुद्दों को अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा, लेकिन जोखिमों पर नजर रखें।