Share Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email Post Views: 225 शिव मेरे आराध्य हैं ( पारद शिवलिंग ) तुम्हीं सुनोगे अब मेरे भोले इन उलझनों को दूर कर दो मैं जो जो चाहूँ वो भी दे दो जो तुम भी चाहो वो भी दे दो हमें तुम्हारी मर्ज़ी क़ुबूल भगवन जो भी करोगे भला ही होगा अश्विनी यादव
‘मदारीपुर जंक्शन’ नाटक ने सिखाया: हमें अपने अधिकारों के लिए स्वयं लड़ना होगा, दूसरे पर निर्भर रहकर हम कभी अपना भला नही कर सकते