चीन से वैसे ही पूरी दुनिया खफा है लेकिन चीन इसकी परवाह किये बगैर अपना अवैध विस्तार कर रहा है। इस विस्तारवादी सोच के चलते उसने कई देशों से दुश्मनी मोल ले ली है। अब मीडिया ख़बरों की माने तो रूस के साथ भी चीन का टकराव बढ़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बीच मॉस्को ने कहा है कि वह अपनी जमीन पर किसी मिसाइल हमले को परमाणु हमले की तरह लेगा और इसका जवाब परमाणु हथियारों से देगा। कुछ लोग मानते हैं कि मॉस्को ने यह चेतावनी अमेरिका को दी है लेकिन दूसरे एक्सपर्ट ताजा हालातों के मद्देनजर इसे चीन के खिलाफ साधा गया निशाना बता रहे हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्रतिक्रिया चीन द्वारा रूस के प्रभाव को क्षीण किए जाने का परिणाम है। बीजिंग की राजनीतिक और आर्थिक उन्नति ने रूस को कई लेवल पर चिढ़ाया है। बता दें कि हाल के भूराजनैतिक घटनाक्रमों ने इसी ओर इशारा किया है। इसके अलावा ने चीन ने आर्कटिक और मध्य एशिया में रूस के प्रभाव को नजरअंदाज किया है और रूस के फार ईस्ट क्षेत्र में मजबूती से दावा किया है। रूस ने चीन पर इसके डिफेंस डिजाइन को कॉपी करने का भी आरोप लगाया है। रूस और चीन किसी गठजोड़ से बेहद दूर हैं। दोनों देश अमेरिका के खिलाफ कभी-कभी साथ आ जाते हैं।