नातिया मुकाबले में की लगभग डेढ़ सौ बच्चों-नवयुवाओं ने शिरकत
लखनऊ, 24 नवम्बर 2018: ‘तवारीख में हजरत अबू तालिब से बड़ा कोई नातगो नहीं। मक्के में जब तीन साल बारिश नहीं हुई तो लोग हजरत अबू के पास पहुंचे और वे अगली सुबह अपने भतीजे के साथ दुआ करने पहुंचे। इधर हज़रत अबू ने रसूल का वास्ता दिया और उधर बारिश होने लगी।’
यह बयान मौलाना कल्बे जवाद ने यहां चिनहट में हजरत सैयद शहीद मीरा शाह पहलवान बाबा दरगाह में कांग्रेस नेता अमीर हैदर के साथ नातिया मुकाबले का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। यहां उन्होेंने कहा कि ऐसे प्रोग्रामों में हमें अपने बच्चों के साथ जरूर शिरकत करनी चाहिए। इससे अगली पीढ़ी की दीनी तालीम भी चलती रहती है। अमीर हैदर ने कहा कि इस तरह के मुकाबले हमें नेकी की राह और हक के लिए आवाज उठाना सिखाते हैं। हक पे चलने वाले कभी अपना रास्ता नहीं बदलते। उन्होंने कहा कि ये दरगाहों की देन है कि देश में फिरकापरस्ती कभी पनप नहीं पाई।
फैसले की जिम्मेदारी मौलाना मुहम्मद सिराजुल हक़ और मौलाना मंजरुल कादरी ने सम्भाली। पहला स्थान पाने वाले बालिका और बालक वर्ग के विजेताओं की पूरे साल की फीस दरगाह कमेटी वहन करेगी। आज षाम विजेताओं को मुख्यअतिथि के तौर पर पूर्व डीजीपी रिजवान अहमद, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अनीस अंसारी, डीआईजी सीआरपीएफ एस.ए़म.हसनैन, फिल्मी गीतकार अनवर सागर, नवाब मसूद अबदुल्लाह, मेराज हैदर और डा.अतहर काजमी आमंत्रित थे।