मुंबई/लाहौर, 2 जुलाई 2025: पाकिस्तानी अभिनेत्री अलीना आमिर के हालिया बयान ने मनोरंजन उद्योग में कलाकारों के सामने आने वाली भुगतान संबंधी समस्याओं को फिर से चर्चा में ला दिया है।
अलीना ने सोशल मीडिया पर खुलासा किया कि पाकिस्तान के फिल्म और टेलीविजन उद्योग में कलाकारों को समय पर भुगतान नहीं मिलता। उन्होंने कहा, “पांच प्रोजेक्ट्स में काम करने पर मुश्किल से तीन का भुगतान बार-बार मांगने पर मिलता है, बाकी का पैसा प्रोड्यूसर्स हड़प लेते हैं।”
इसके विपरीत, उन्होंने भारतीय मनोरंजन उद्योग की तारीफ की, जहां भुगतान समय पर और व्यवस्थित रूप से होता है, यही वजह है कि कई पाकिस्तानी कलाकार बॉलीवुड और भारतीय टीवी में काम करने के लिए उत्सुक रहते हैं।
अलीना आमिर का वायरल वीडियो
अलीना आमिर, जो अपनी मल्टी-टैलेंटेड अदाकारी के लिए जानी जाती हैं, इन दिनों इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर अपने वीडियोज के जरिए सुर्खियां बटोर रही हैं। उनका एक इंस्टाग्राम वीडियो भारत और पाकिस्तान में वायरल हो चुका है, जिसे अब तक करोड़ों लोग देख चुके हैं। इस वीडियो में उनकी अभिनय क्षमता और आकर्षक प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया है। हालांकि, उनके इस खुलासे ने मनोरंजन उद्योग की कड़वी सच्चाई को उजागर किया है, जहां कलाकारों को न केवल भुगतान में देरी का सामना करना पड़ता है, बल्कि कई बार शोषण का भी शिकार होना पड़ता है।
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पाकिस्तान में कलाकारों की स्थिति
पाकिस्तानी मनोरंजन उद्योग, जिसे ‘लॉलीवुड’ के नाम से जाना जाता है, पिछले कुछ वर्षों में पुनरुत्थान के दौर से गुजर रहा है। ‘द लेजेंड ऑफ मौला जट’ जैसी फिल्मों ने वैश्विक स्तर पर सफलता हासिल की है, लेकिन उद्योग अभी भी कई समस्याओं से जूझ रहा है। अलीना के बयान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भुगतान में देरी और प्रोड्यूसर्स द्वारा धनराशि हड़पने की घटनाएं आम हैं। कई कलाकार, खासकर नए और उभरते हुए, इस डर से चुप रहते हैं कि शिकायत करने पर उनकी छवि खराब हो सकती है या भविष्य में काम मिलना मुश्किल हो सकता है।
पाकिस्तानी अभिनेता अली खान, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों में काम किया है, ने एक साक्षात्कार में बताया कि पाकिस्तान में शूटिंग के दौरान समयबद्धता और प्रोफेशनलिज्म की कमी भी एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान में सेट पर काम ‘ढीला’ होता है। शूटिंग में देरी और अनुशासन की कमी के कारण समय और पैसे दोनों की बर्बादी होती है।”
बॉलीवुड में भी शोषण की कहानियां
हालांकि अलीना ने भारतीय मनोरंजन उद्योग में समय पर भुगतान की तारीफ की, लेकिन बॉलीवुड और भारतीय टीवी उद्योग भी शोषण से अछूते नहीं हैं। कई छोटे और नए कलाकारों ने खुलासा किया है कि उन्हें लंबे समय तक भुगतान के लिए इंतजार करना पड़ता है, खासकर कम बजट की फिल्मों और टीवी धारावाहिकों में। इसके अलावा, कास्टिंग काउच, अनुचित अनुबंध, और वादा किए गए रोल न मिलने की शिकायतें भी सामने आती रही हैं। 2018 में #MeToo आंदोलन के दौरान कई भारतीय अभिनेत्रियों ने कास्टिंग काउच और यौन शोषण के अनुभव साझा किए थे। अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने एक बड़े अभिनेता और निर्माता पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद कई अन्य कलाकारों ने अपनी आपबीती साझा की। हालांकि इस आंदोलन ने कुछ बदलाव लाने की कोशिश की, लेकिन कई कलाकार आज भी बदनामी के डर से चुप रहते हैं।
दोनों देशों में समान चुनौतियां
पाकिस्तान और भारत के मनोरंजन उद्योग में कुछ समान समस्याएं हैं, जैसे:भुगतान में देरी: नए और कम प्रसिद्ध कलाकारों को अक्सर भुगतान के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है। कुछ मामलों में, प्रोड्यूसर्स बिना कारण बताए भुगतान रोक देते हैं।
- कास्टिंग काउच: दोनों देशों में कई कलाकारों ने अनुचित मांगों और शोषण की शिकायत की है, लेकिन सामाजिक दबाव और करियर के डर से वे खुलकर बोलने से बचते हैं।
- अनुबंधों की कमी: खासकर नए कलाकारों के साथ अनौपचारिक अनुबंध किए जाते हैं, जिसके कारण विवाद होने पर उनके पास कोई कानूनी सहारा नहीं होता।
- छवि का डर: बदनामी और काम न मिलने के डर से कई कलाकार शोषण की शिकायत दर्ज नहीं करते।
क्या है समाधान?
मनोरंजन उद्योग में सुधार के लिए विशेषज्ञों ने कई सुझाव दिए हैं: पारदर्शी अनुबंध: सभी प्रोजेक्ट्स के लिए लिखित और पारदर्शी अनुबंध अनिवार्य होने चाहिए, जिसमें भुगतान की समयसीमा स्पष्ट हो।
- कानूनी सहायता: कलाकारों के लिए यूनियनों और संगठनों को मजबूत करना, जो उनके हितों की रक्षा करें।
- जागरूकता और शिक्षा: नए कलाकारों को उनके अधिकारों और उद्योग के नियमों के बारे में जागरूक करने की जरूरत है।
- सख्त नियम: शोषण और भुगतान में देरी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की व्यवस्था होनी चाहिए।
वास्तव में अलीना आमिर का खुलासा और उनका वायरल वीडियो मनोरंजन उद्योग की उन सच्चाइयों को उजागर करता है, जो अक्सर पर्दे के पीछे छिपी रहती हैं। पाकिस्तान और भारत, दोनों ही देशों में कलाकारों को शोषण और भुगतान संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हालांकि कुछ कलाकार अपनी आवाज उठाने का साहस दिखाते हैं, लेकिन कई चुप रहना पसंद करते हैं। उद्योग में सुधार के लिए पारदर्शिता, प्रोफेशनलिज्म, और सख्त नियमों की जरूरत है ताकि कलाकार बिना डर के अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकें।







