बाराबंकी, 23 अक्टूबर : विवाह होने के उपरान्त भी चाची द्वारा एकाधिकार जमाकर अपनी यौन एवं पैसे की भूख मिटाने के लिए भतीजे को ब्लैकमेल किया जा रहा था। जिससे परेशान होकर युवक ने दोस्त के साथ मिलकर चाची को ही रास्ते से हटाने के लिए कत्ल कर दिया। इस बात का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह बताया कि जिले के थाना असन्द्रा अन्तर्गत नसीपुर मजरे मंशारा गांव में घटित इस सनसनीखेज घटना को लेकर चाची भतीजे के मध्य अवैध सम्बंधों के प्रति तमाम तरह की चर्चाएं हो रहीं है । यह गांव प्रदेश खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री सतीश शर्मा का है। यहां के निवासी राम सुमिरन ने कल असन्द्रा पुलिस को सूचना दी कि 09 अक्टूबर की शाम उसकी पत्नी घर के पीछे शौच के लिए गई थी, जहां पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसकी हत्या कर दी गई।
उक्त सूचना के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी। डॉग स्कवाड व फॉरेंसिक टीम द्वारा भी घटनास्थल का निरीक्षण कर वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संकलन किया गया। इसी क्रम में कल को स्वाट सर्विलास व थाना असन्द्रा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा मैनुअल इंटेलीजेंस एवं डिजिटल डेटा की मदद से घटना का सफल अनावरण करते हुए महिला के सगे भतीजे श्रवण कुमार पुत्र छंगालाल रावत व गांव में ही रहने वाले उसके दोस्त राजेन्द्र कुमार पुत्र स्वo बंशीलाल रावत को गिरफ्तार कर उनकी निशादेही पर हत्या में प्रयुक्त एक अदद चाकू भी बरामद कर लिया। पुलिस की गिरफ्त में आये श्रवण कुमार ने पूछताछ में बताया कि उसका लगभग 10 वर्षो से अपनी चाची से अवैध सम्बन्ध था। करीब 05 वर्ष पूर्व उसका विवाह हो जाने के कारण चाची से पूर्व की भांति मिलना-जुलना नहीं हो पाता था, जिस कारण मृतका उससे नाराज रहती थी एवं पूर्व की भांति ही सम्बन्ध बनाने एवं रुपये देने का दबाव नाती थी एवं उसकी बाते न मानने पर झगड़ा करती व परिवार में सारी बाते बता देने की धमकी भी देने लगी थी।
चाची की इस ब्लैकमेलिंग की वजह से श्रवण का परिवार टूटने की कगार पर आ गया था । श्रवण ने चाची से पीछ छुड़ाने के लिए गांव के ही अपने दोस्त राजेन्द्र कुमार योजना के तहत बीती 09 अक्टूबर की शाम को श्रवण ने अपनी चाची को घर के पीछे खेत में बुलाया तथा राजेन्द्र को खेत के बाहर निगरानी के लिए खड़ा कर दिया। मृतका घर से शौच का बहाना करके खेत में पहुंच गई। जहां श्रवण ने उस पर चाकू से कई वार कर हत्या कर दी।
हत्या के बाद श्रवण, राजेन्द्र को लेकर गांव में ही मजार के पास स्थित नल पर पहुंचा और अपने हाथ पैर धोने के बाद मोटरसाइकिल से जाकर नहर के पास झाड़ी में हत्या में प्रयुक्त की गई चाकू को छिपा दिया। इसके बाद नई सड़क पहुंचकर दोनों ने शराब पी एवं हत्या करते समय चाकू लग जाने से हाथ में आई चोट की श्रवण ने डॉक्टर से उपचार करवाया। हाथ में लगी चोट को दुर्घटना का रूप देने के लिए श्रवण ने अपनी मोटरसाइकिल का इण्डीकेटर तोड़ दिया गया एवं नम्बर प्लेट को क्षतिग्रस्त करते हुए बाइक पर स्क्रेच बना दिये गये थे।