बीमारी के चलते बैंक में जमा रकम निकालने पहुंचा था बुजुर्ग, तीन दिनों तक टरकाने के बाद भी नहीं दी रकम
लखनऊ। नगराम इलाके में शुक्रवार को बैंककर्मियों की अभद्रता से आहत एक बुजुर्ग ने बैंक परिसर में ही दम तोड़ दिया। वो काफी दिनों से बीमार था और इलाज के लिए बैंक मे जमा रूपए निकालने पहुंचा था। मृतक के बेटे ने बताया कि बीते तीन दिनों से बुजुर्ग पैसे निकालने के लिए बैंक के चक्कर लगा रहा था, लेकिन रोज बैंककर्मी उसे अगले दिन आने की बात कहकर टरका देते। शुक्रवार को फिर वो अपने बुजुर्ग पिता को लेकर बैंक पहुंचा और मैनेजर से मिन्नते करते हुए पैसे देने की बात कही। यहां तक कि उसने इलाज के अभाव में पिता की जान जाने की आशंका भी मैनेजर के सामने जताई, लेकिन अपने पद के नशे में चूर शाखा प्रबंधक ने उसे पैसे नही दिए और साथ उससे और उसके बुजुर्ग पिता के साथ अभद्रता भी करने लगे। इससे आहत बुजुर्ग की बैंक में ही तबियत बिगड़ गई और कुछ देर बाद वहीं पर उसकी मौत हो गई।
उधर इसकी जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो वो सैकड़ो की संख्या में बैंक पहुंच गए और शव को गेट के बाहर रखकर प्रदर्शन करने लगे। वो लोग दोषी बैंककर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही दस लाख रूपए मुआवजे की मांग कर रहे थे। हंगामे की सूचना पुलिस को लगी तो सर्किल के सभी थानों की फोर्स मौके पर पहुंची और समझाने बुझाने का प्रयास किया। बाद में बैंक प्रबंधक के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होने के बाद नाराज लोग शांत हुए। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। नगराम के हुसैनाबाद के रहने वाले किसान पुनवासी (60) कुछ समय पहले खेत बिक्री में प्राप्त रकम बैंक में सावधि जमा खाते में जमा कर गये थे। इलाज के लिये जरूरत पड़ने पर वह शुक्रवार के दिन बेटे रामकिशुन के साथ बैंक आफ इंडिया की नगराम शाखा से रकम निकालने पहुंचे। मृतक के बेटे राम किसुन का आरोप है कि इस रकम को पाने कि लिये तीन दिनों से वह बैंक का चक्कर लगाकर लौट रहे थे। उनके पिता काफ ी दिनों से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार दोपहर वह अपने बीमार पिता को लेकर बैक आया हुआ था। बैंक कर्मियों से अपनी जमा रकम के निकालने की बात की। इस पर बैंक कर्मियों ने बाद में आने को कहकर रुपया देने से मना कर दिया। बीमारी का हवाला देने पर बैंक कर्मियों ने उन्हें डाक्टर से लिखा कर लाने की बात कही। जिस पर वृद्घ का बेटा नगराम पीएचसी से पर्चा लिखा लाया। जिसके बाद भी बैंक के अधिकारी ने रुपया देने से साफ मना कर दिया। यह सुनकर वृद्घ पुनवासी सदमें में आ गया। जिससे वह गश खाकर वहीं बैंक गिर गया। जहां उसकी मौत हो गयी। वहीं मौत की सूचना पाकर सैकड़ो ग्रामीण बैंक पंहुच गये।
किसान पुनवासी की मौत के जिम्मेदार बैंक कर्मचारियों पर कार्यवाई व मुआवजे की मांग करते हुए मृतक का शव गेट पर ही रखकर बैंक कर्मियों को बंधक बनाकर हंगामा करने लगे। करीब चार घंटे तक चले हंगामें की जानकारी पाकर सर्किल के सभी थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। कार्यवाही का आश्वासन देकर ग्रामीणों को शान्त कराया। एसओ नगराम संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मृतक के लड़के राम किसुन के द्वारा दी गयी तहरीर पर बैंक कर्मियों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्जा कर शव पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है।