महाराष्ट्र में कोरोना की वापसी के बाद के बाद एक बार फिर देश करना के दूसरे स्ट्रेन से अलर्ट है। वहीँ यूपी में भले ही कोरोना काबू में चल रहा हो लेकिन अन्य कुछ राज्यों में इसकी दूसरी लहर अपना प्रकोप फैलाने लगी है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि यहां भी कोरोना वायरस के प्रति सतर्कता और सावधानी बरती जाय। विडंबना की बात है कि ऐसा नहीं है।
एयरपोर्ट से लेकर बस अड्डे, रेलवे स्टेशन और बाजारों में लोग अब बिना मास्क के घूम रहे हैं। जो की एक बड़ी लापरवाही रूप में यह सब दृश्य सामने आ रहें हैं अगर देखा जाये तो कुछ लोगों ने मास्क लगाया भी है लेकिन वह गले तक सरक गया है,और कुछ ने तो मास्क लगना बिलकुल अपराध समझते हैं।
देखा जाये तो सोशल डिस्टेंसिंग की भी खूब अनदेखी हो रही है। ध्यान रखने की बात यह है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव होने वाले हैं । इसके लिए प्रचार का काम भी आने वाले दिनों में होगा जिसमें बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा होंगे। तब भी इन सावधानियों की जमकर धज्जियां उड़ेंगी। कहीं ऐसा न हो कि अब तक इस मोर्चे पर जो उपलब्धियां हासिल की गई हैं, वे सब वापस उसी बिंदु पर आ जाएं जहां हम पहले थे।
इस बात को देखते हुए कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में जब कोरोना फिर सिर उठा रहा है, यह जरूरी हो जाता है कि बाकी स्थानों पर पूरी सावधानी और सतर्कता बरती जाय। रेलवे स्टेशनों और बाजारों जैसी जगहों पर जहां बेतरह भीड़ इकट्ठा होती है, यह सावधानी और भी जरूरी हो जाती है। यदि इन जगहों पर नियंत्रण नहीं किया गया तो हालात बिगड़ने में देर नहीं लगेगी। इसलिए जरूरी है कि मास्क को विधिवत पहना जाय तथा इस मामले में अन्य दिशा निर्देशों जैसे बार-बार हाथ धुलना और सामाजिक दूरी का भी पूरी तरह पालन किया जया। इन सावधानियों को बरतकर ही कोरोना वायरस के प्रसार को पूरी तरह रोकने में कामयाबी हासिल की जा सकती है। अधिकतम सावधानी ही अधिकतम बचाव है, इस बात को पूरी तरह ध्यान रखना होगा।