मीराबाई गेस्ट हाउस में डा. उदित राज ने की प्रेससवार्ता
लखनऊ: मीराबाई मार्ग स्थित वीआईपी गेस्ट हाउस के कांफ्रेंस हाल में डा. उदित राज ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर कांशीराम द्वारा खड़े किए गए बहुजन आंदोलन को जीवित रखने की भरसक कोशिश की थी, लेकिन बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती की कार्यप्रणाली ने आज बहुजन समाज को दोबारा हताशा और निराशा के अंधेरे में पहुंचा दिया। यही हालत देश के आदिवासियों और मुसलमानों की है। जिनके संवैधानिक अधिकारों को लगातार कुचला जा रहा है और कोई रोकने वाला नहीं। पत्रकारवार्ता में महाभारत कालीन अर्जुन और कृष्ण संवाद पर भी वार्ता प्रारंभ हो गयी।
डा. आंबेडकर के सपनों को पुनर्जीवित करेगा “डोमा : डा. उदित राज
डा. उदित राज ने स्पष्ट किया कि मौजूदा समय तीरों तलवारों से होने वाली लड़ाइयों का नहीं है। डा. आंबेडकर बहुजन समाज के उत्थान के लिए सामाजिक और शैक्षिक उत्थान की बात करते थे। काशीराम ने बहुजन समाज की शक्ति को एक राजनीतिक आंदोलन में बदल दिया था लेकिन अब समय दोबारा पूरे देश में सामाजिक आंदोलन शुरू करने का है।
बसपा राजनीति का बीजेपीकरण हो गया है, वक्त रहते सामाजिक आंदोलन बचाने की चुनौती
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि देश के बहुजन समाज और दलितों सोशिषतो को भाजपा-आरआरएसएस की नीतियों के खिलाफ एक जुट करके राष्ट्रव्यापी आंदोलनों को अकार दिया जाए। इस अवसर पर मौजूद सेवानिवृत्त न्यायाधीश सभाजीत यादव ने डोमा परिसंघ की स्थापना किए जाने की बात कही।
ज्ञातव्य हो कि रविवार को राजधानी के सहकारिता भवन में डोमा परिसंघ की स्थापना से जुड़े अनेक बड़े चेहरे और संगठन मौजूदा रहे थे। उसी क्रम में सोमवार को यह पत्रकारवार्ता मीराबाई मार्ग गेस्ट हाउस में आयोजित नजर आए।