सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की जांच जारी
फर्रुखाबाद, उत्तर प्रदेश, 4 जुलाई : आज के ज़माने में आपके साथ अब क्या घटना घट जाये कुछ नहीं कहा जा सकता। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक पुलिस सिपाही पर 11वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के साथ चलती कार में बलात्कार का आरोप लगा है। यह घटना हाल ही की है, और स्थानीय लोगों ने आरोपी सिपाही को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी सिपाही ने तमंचे (देसी पिस्तौल) के बल पर नाबालिग छात्रा को अपनी कार में बैठाया। इसके बाद उसने चलती कार में कथित तौर पर बलात्कार किया। बता दें कि यह घटना फर्रुखाबाद जिले के एक क्षेत्र में हुई, हालांकि सटीक स्थान की जानकारी अभी तक स्पष्ट नहीं की गई है।
स्थानीय लोगों ने सिपाही को रंगे हाथों पकड़ा और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 376 (बलात्कार) और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेज (POCSO) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
मालूम हो कि फर्रुखाबाद पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। इस मामले में आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है, और उसके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की गई है। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया है, जिसके परिणामों की प्रतीक्षा की जा रही है। पीड़िता के बयान को मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज किया गया है।
जनता का गुस्सा सातवें आसमान पर :
इस घटना ने स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश पैदा किया है। लोग पुलिस की कार्यप्रणाली और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं। कुछ स्थानीय संगठनों ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई और पीड़िता को त्वरित न्याय की मांग की है।
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब फर्रुखाबाद में इस तरह की घटना सामने आई है। पहले भी, 2017 में एक सिपाही और उसके दोस्त पर पुलिस लाइन में एक 17 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार का आरोप लगा था। उस मामले में भी पीड़िता ने अपने रिश्तेदार को घटना बताई थी, जिसके बाद FIR दर्ज की गई थी।
फिलहाल पुलिस इस मामले में और सबूत जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्यों की जांच कर रही है। पीड़िता को मनोवैज्ञानिक सहायता और कानूनी मदद प्रदान की जा रही है। यह मामला उत्तर प्रदेश में महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठा रहा है, खासकर तब जब आरोपी स्वयं कानून का रक्षक हो। फ़िलहाल मामले में जांच जारी है, और पुलिस ने जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की बात कही है।







