अक्षय तृतीया पर हो रहे हों बाल विवाह तो 1098 पर करें फोन, चाइल्ड लाइन बाल विवाह, रहेगी विशेष नजर
बाराबंकी, 13 मई, 2021: अक्षय तृतीया के अवसर पर होने वाले बाल विवाह की सम्भावनाओं को देखते हुए चाइल्ड लाइन एवं जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय द्वारा विशेष निगरानी की जा रही है। 14 मई को पड़ने वाली अक्षय तृतीया पर यदि कहीं बाल विवाह की घटना होती हैं तो विभाग की तरफ से बाल विवाह कराने वाले पंडित, मौलवी सहित वर एवं कन्या पक्ष दोनो के विरूद्ध मुकदमा पंजीकृत कराकर विधिक कार्यवाही की जायेगी।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने एक प्रेस विज्ञप्ति के द्वारा जानकारी दी है श्री मौर्य ने बताया है कि अक्षय तृतीया पर रूढवादी लोग बाल विवाह कराने की कुप्रथा को कराते हैं, इससे जहां बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 का उल्लंघन होता हेै वहीं नाबालिग के विवाह करने से लड़की एवं लड़का दोनों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है यदि कहीं भी बाल विवाह की घटना कराई जाती है तो सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाई की जायेगी और दो वर्ष का कारावास एवं एक लाख रूपये के जुर्माने की सजा का भागीदार हो सकता है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार मौर्य ने बताया कि विगत वर्ष जनपद में 05 वहीं प्रदेश में 288 बाल विवाह रोके गये हैं। इस पर्व पर विशेष कर बाल विवाह की घटनाएं होती हैं। वहीं चाइल्ड लाइन के निदेशक रत्नेश कुमार ने बताया कि अक्षय तृतीया पर यदि कहीं भी बाल विवाह की घटना जानकारी में आये तो टोल फ्री नंबर 1098 पर फोन कर जानकारी दें, चाइल्ड लाइन की टीम 24 घण्टे बच्चों की मदद के लिए तत्पर है। चाइल्ड लाइन एवं महिला कल्याण विभाग, आशा ज्योति केन्द्र 181, पुलिस एवं विशेष किशोर पुलिस इकाई के अधिकारियों के साथ हुई आनलाइन बैठक में बाल विवाह को रोकने के लिए समन्वित रणनीति बनाई गई है। पुलिस एवं महिला कल्याण विभाग के साथ ही चाइल्ड लाइन 1098 की टीम बाल विवाह पर विशेष नजर रख रही है।
बाल कल्याण समिति/न्यायपीठ की अध्यक्ष लक्ष्मी श्रीवास्तव ने कहा कि यदि बाल विवाह होने की पूर्व सूचना मिल जाये तो बाल विवाह में शामिल लोगों को समिति/न्यायपीठ के समक्ष उपस्थित कराया जाय, न्यायपीठ ऐसे परिवारों की काउंसिलिंग कराकर बाल विवाह को रोका जायेगा, यदि फिर भी नही मानते हें तो मुकदमा पंजीकृत कराया जायेगा। आनलाइन बैठक में बाल कल्याण समिति की सदस्य डा0 शशि जायसवाल, श्री सुरेश चन्द्र गुप्ता, आशा ज्योंति महिला हेल्पलाइन 181 की टीम , बाल संरक्षण अधिकारी हरीश मोहन पाण्डेय, चाइल्ड लाइन टीम से श्री जियालाल, अवधेश कुमार, प्रदीप कुमार अखिलेश कुमार, राम कैलाश, अंजलि जायसवाल, जीनत बेबी, उमा देवी आदि लोग उपस्थित रहे।