उपभोक्ता परिषद के वेबीनार में उठा मामला : उपभोक्ता ने कहा बिल पर जो मैसेज आता है उसमें अलग धनराशि होती है और जब उपभोक्ता बिल जमा करने काउंटर पर जाता है तो उसकी धनराशि अलग हो जाती है
लखनऊ 1 मार्च : उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में उपभोक्ताओं ने आज गलत बिलिंग का मुद्दा उठाते हुए कहा कि बड़े पैमाने पर प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं का बिल गलत बनाया जा रहा है उन्होंने कहा कि पूर्व में किसानों के बने गलत बिल आज तक ठीक नहीं हो पाए इसलिए वह चाह कर भी फ्री बिजली का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। उपभोक्ताओं ने कहा प्रदेश में 14 लाख से ज्यादा किसान है और बात की जाए तो लगभग 1 लाख के करीब सभी बिजली कंपनियों में किसानों के गलत बिल बने हैं। ऐसे में इनका निस्तारण किया जाना बहुत जरूरी है कुछ विद्युत उपभोक्ताओं ने लेट पेमेंट सरचार्ज गलत तरीके से लगाए जाने का मुद्दा उठाया तो कुछ उपभोक्ताओं ने यह मुद्दा भी उठाया कि उपभोक्ता के बिल पर जो मैसेज आता है उसमे अलग धनराशि होती है और जब उपभोक्ता बिल जमा करने काउंटर पर जाता है तो उसकी धनराशि अलग हो जाती है जो अपने आप में बहुत गंभीर मामला है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा उपभोक्ताओं के लिए बने मुआवजा कानून में स्पष्ट रूप से प्रावधानित है कि उपभोक्ताओं के बिल गलत होने का प्रतिशत कुल जारी किए गए बिल का 0.1 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होना चाहिए लेकिन जिस प्रकार से गलत बिल बन रहे हैं यह गंभीर मामला है इस पर जल्द ही उपभोक्ता परिषद पावर कार्पोरेशन प्रबंधन से बात करेगा जहां तक सवाल है बिलिंग सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी का तो यह मुद्दा भी काफी समय से उठ रहा है इस मुद्दे पर भी प्रबंधन से बात की जाएगी और यह कोशिश की जाएगी कि प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को सही बिल हर माह प्राप्त हो जिससे वह समय से बिजली बिल का भुगतान कर सकें।
उपभोक्ता परिषद के साप्ताहिक वेबीनार में पश्चिमांचल से जुड़े विद्युत उपभोक्ता विनोद कुमार गुप्ता दक्षिणांचल से हरेंद्र कुमार पूर्वांचल से अनुराग माही, अनूप सिंह, दिनेश यादव सहित सभी बिजली कंपनियों से जुड़े विद्युत उपभोक्ताओं ने बिलिंग संबंधी मामला उठाते हुए हर हाल में सही बिल उपभोक्ताओं को प्राप्त हो की बात प्रबंधन तक पहुंचाने का अनुरोध किया।