लखनऊ,09 जुलाई 2019: लखनऊ विश्वविद्यालय के राजनीतिशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर आर.के. मिश्र के सेवानिवृत्त होने के अवसर पर उनके विद्यार्थियों, परिजनों, मित्रों तथा नगर के गणमान्य नागरिकों की ओर से उन्हें भावभीनी विदाई दी गयी। उनके विद्यार्थियों ने प्रोफेसर मिश्र के 41 वर्ष के लम्बे और गौरवशाली शिक्षण काल के सम्बन्ध में अपने संस्मरण व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जैसा शिक्षक मिलना किसी भी विद्यार्थी के लिए सौभाग्य की बात है। प्रोफेसर मिश्र लखनऊ विश्वविद्यालय के कला संकाय के उन चुनिन्दा शिक्षकों में शामिल हैं जो पाश्चात्य और भारतीय समाज-विज्ञानं पर अपनी गहरी पकड़ रखते हैं।
प्रोफेसर मिश्र भारतीय और पाश्चात्य राजनीतिशास्त्र के सैद्धांतिक पक्ष के गहरे जानकार तो माने ही जाते हैं, समकालीन राजनीतिक चिंतन को व्यक्त करने वाली नारीवाद, नव-उदारवाद, पर्यावरणवाद तथा बहुसंस्कृतिवाद जैसी उत्तर-आधुनिक अवधारणाओं के विशेषज्ञ के रूप में भी संपूर्ण उत्तर भारत में उनकी विशेष प्रतिष्ठा है। प्रोफेसर मिश्र परंपरागत भारतीय विचारों पर आधारित कुमारस्वामी फाउंडेशन के अध्यक्ष और फाउंडेशन के वार्षिक प्रकाशन ‘तत्त्व-सिन्धु’ के संपादक भी हैं।
इंडिया फाउंडेशन, भारतीय विचार मंच, प्रज्ञा प्रवाह तथा पुनरुत्थान विद्यापीठ जैसी संस्थाओं के साथ भी उनका निकट सम्बन्ध रहा है. प्रोफेसर मिश्र के निर्देशन में लगभग 20 विद्यार्थियों को शोध-उपाधि प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हुआ है. भारतीय और पाश्चात्य राजदर्शन पर लिखी उनकी पुस्तकें विद्यार्थियों में समादृत हैं. इस अवसर पर कुमारस्वामी फाउंडेशन द्वारा प्रकशित उनके लेखों के संग्रह ‘धर्म एंड पॉलिटी’ को भी उपस्थित लोगों में वितरित किया गया.