उपभोक्ता परिषद के प्रादेशिक वेबीनार में दिखा किसानों दर्द : किसान ने कहा घूस दे दो तो बिना कनेक्शन के भी चलवा देते हैं निजी नलकूप
लखनऊ 26 अक्टूबर : उपभोक्ता परिषद की तरफ से चलाई जाने वाले साप्ताहिक वेबीनार में किसानों ने एक गंभीर मुद्दा उठाया कहा वर्तमान में अनेकों जनपदों में 40 मीटर के अंदर नए केबल कनेक्शन किसानों को नहीं दिया जा रहा है जबकि कास्ट डाटा बुक में केबल कनेक्शन का प्रावधान है जहां ट्रांसफार्मर की आवश्यकता नहीं है वहां भी उपभोक्ताओं के एस्टीमेट में ट्रांसफार्मर जोड दिया जा रहा है पहले से ही उत्तर प्रदेश सरकार जो किसानों को ट्रांसफार्मर का रुपया 68000 सब्सिडी देती है वह भी खत्म हो चुका है ऐसे में किसानों के नए कनेक्शन में जहां ट्रांसफार्मर की आवश्यकता नहीं है वहां ट्रांसफार्मर एस्टीमेट में चार्ज किया जाना गलत है। जबकि 300 मीटर के अंदर दूसरा निजी नलकूप का कनेक्शन नहीं हो सकता ऐसे में केबल कनेक्शन देना अनिवार्य है और इसी के चलते कॉस्ट डाटा बुक में भी व्यवस्था दी गई है।
प्रतापगढ से जुडे उपभोक्ता अनुराग माही ने कहा उनके खंड में 40 मीटर के अंदर भी एस्टीमेट में किसानों के नए कनेक्शन पर ट्रांसफार्मर चार्ज किया जा रहा है और घूस देने पर उसे हटा दिया जाता है वहीं दूसरे किसान ब्रह्म दत्त शर्मा खैर अलीगढ से जुडे थे उन्होंने कहा पैसा दो तो अवैध लाइन बनवा कर भी निजी नलकूप चालू करा दिया जाता है और घूस न दो तो एस्टीमेट अनाप-शनाप बना दिया जाता है किसान कहां जाए जब वह कनेक्शन मांगता है तो लाखों का एस्टीमेट बना जाता है और जब घूस देने को तैयार होता है तो बिना कनेक्शन के भी अवैध तरीके से लाइन चलवा दी जाती है उनके द्वारा इस बात की शिकायत कई बार विजिलेंस से भी की गई लेकिन कुछ नहीं हुआ फिरोजाबाद से जुडे किसान हरेंद्र कुमार ने कहा वर्तमान में बडे पैमाने पर अनुरक्षण माह चल रहा है ऐसे में लाइनों पर काम चल रहा है तो किसानों को बिजली नहीं उपलब्ध हो पा रही है जबकि उन्हें 10 घंटा अनवरत बिजली मिलनी चाहिए ऐसे में वर्तमान में 15 घंटे विद्युत आपूर्ति कराई जाए जिससे किसान अपनी फसल बचा सके।
जसराना फिरोजाबाद से जुडे किसान अंकित शर्मा ने कहा 8 से 10 दिन से निजी नलकूप का ट्रांसफार्मर जला है कोई बदलने वाला नहीं है जिस पर उपभोक्ता परिषद ने तत्काल संबंधित अभियंता से बात की तो उन्होंने कहा कल ट्रांसफार्मर बदल दिया जाएगा गाजीपुर से जुडे विनय चौबे ने कहा वर्तमान में ओवर बिलिंग करके गलत बिल बनाया जाता है इसके बाद दफ्तरों का चक्कर लगाया जाता है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा मामला बहुत गंभीर है जिस प्रकार से किसान अपनी व्यथा बता रहे हैं उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अनेकों जनपदों में किसानों के नए कनेक्शन के एस्टीमेट को कास्ट डाटा बुक के विपरीत बनाया जा रहा है जो गंभीर मामला है जल्द ही उपभोक्ता परिषद इस मामले को पावर कार्पोरेशन प्रबंधन व ऊर्जा मंत्री के सामने उठाएगा किसी भी हालत में किसानों के साथ अन्याय नहीं होने पाएगा।