भाजपा टोने-टोटके में विश्वास नहीं करती
लखनऊ,09 जनवरी। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा ने इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी को लेकर विपक्ष को एकजुट करने के समाजवादी पार्टी के प्रयासों पर पलटवार करते हुए सोमवार को कहा कि ऐसा करके जनता के अभिमत का अपमान करने वालों को वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पराजय का भय सता रहा है।
सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान डा. शर्मा ने कहा कि विपक्ष जनता की कृपा को ईवीएम की खराबी बता रहा है। अपनी खराबी, अपनी कार्यशैली, अपने लोगों, अपनी नीतियों, अपने दलों और विचारों की खराबी को ईवीएम की खराबी में परिवर्तित करने की कोशिश हो रही है। डा. शर्मा ने कहा कि जब 15 साल में दूसरी सरकारें बनीं तब तक ईवीएम ठीक थीं। अब वे खराब होना शुरू हो गयीं। जनता का इससे ज्यादा अपमान और क्या हो सकता है कि ईवीएम पर सवाल उठाकर उसके अभिमत को नकारते हुए चुनौती दी जा रही है। यह लोकतंत्र का उपहास है।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग सरकार द्वारा किये जा रहे हर काम पर व्यंग्य करके गलत तस्वीर इसलिये पेश करना चाहते हैं क्योंकि उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव का भय है। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमर अब्दुल्ला का वह बयान याद आता है, जिसमें उन्होंने विपक्ष को सलाह देते हुए कहा था कि वह वर्ष 2019 नहीं बल्कि 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी करे। 2019 मोदी के कार्यों पर चुनाव होगा।
इसके अलावा डा. शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नोएडा जाने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकारें वहम से नहीं चला करतीं। भाजपा टोने-टोटके में विश्वास नहीं करती। योगी बार-बार नोएडा जाएंगे। मालूम हो कि अखिलेश ने कल कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी पिछले दिनों नोएडा गये थे। अब इसका असर जरूर होगा।
नोएडा के बारे में माना जाता है कि जो भी मुख्यमंत्री वहां गया, उसे अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने पिछले दिनों विधानभवन के सामने आलू फेंके जाने की घटना को शरारत करार देते हुए दावा किया कि उनकी सरकार ने किसानों की चिंता की है और राज्य में किसी भी किसान के आत्महत्या करने की कोई सूचना सरकार के पास नहीं है।
पढ़े इससे सम्बंधित खबर:
सभी दल बोले: ईवीएम में है गड़बड़ी, अब बैलट पेपर से ही हो चुनाव