निगोहां थाना क्षेत्र का मामला
लखनऊ: निगोहां थाना क्षेत्र में खेत की रखवाली कर रहे किसान का कत्ल कर दिया गया । कातिल शव बोरवेल में फेंक कर फरार हो गए। किसान गुरुवार देर रात फसल देखने की बात कहकर घर से निकला था, जो वापस नहीं लौटा। वहीं लोगों ने सुबह शव पड़ा देख पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया और मामले की छानबीन की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार और पुलिस के मुताबिक, रामपुर गांव में 45 वर्षीय रामू रात किसान थे। गुरुवार रात को घर से खाना लेकर खेतों की रखवाली करने लिए गया हुआ था। सुबह नौ बजे तक घर नहीं लौट तो भतीजे करन को तलाश करने के लिए भेजा। भतीजे ने इधर उधर खोजबीन की और रामू का मोबाइल फोन मिलाया तो स्विच आफ मिला। बोरवेल का दरवाजा भी बाहर से बंद मिला, जिसके बाद भतीजे ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी।
रिपोर्ट के मुताबिक मौके पर पहुंची पुलिस ने बोरवेज का दरवाजा खोल कर खड्डे में टार्च से देखा तो किसान का शव खड्डे में पड़ा था। सूचना मिलते ही एसीपी मोहनलालगंज रजनीश वर्मा, इंस्पेक्टर अनुज तिवारी समेत अन्य पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए। शव को बाहर निकाला तो मोबाइल नहीं मिला। इस पर फोरेंसिक की मदद से साक्ष्य एकत्रित किए और जांच के लिए भेज दिया। मृतक के परिवार मां व भाई है। पत्नी से विवाद चल रहा है। वह कोर्ट में केस जीत चुका था ।
वृद्धा का एक लौता सहारा था मृतक:
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रामू अपनी बूढ़ी का एक लौता सहारा था। बताया जा रहा है कि विवाद के दो बेटे पत्नी के साथ रहते हैं और बेटी रामू के पास रहती थी। पिछले एक माह से छोटा बेटा दुर्गेश रामू के साथ रह रहा था। एसीपी मोहनलालगंज ने बताया कि मोबाइल की तलाश के लिए सर्विलांस टीम लगी हुई है। वहीं, अंतिम संस्कार के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मृतक के हाथ पैर की उंगलियां झुलसी हुई थीं । दाहिने पैर की चप्पल जली हुई थी। वहीं, बोरवेल के खड्डे में पुआल के जलाए जाने के अंश पाए गए। ऐसे में क्राइम सीन को देखते हुए लग रहा है कि पहले गला कसा है। फिर बोरवेल के खड्डे में फेंककर पुवाल से जालने का प्रयास किया गया है। पुलिस मृतक के करीबियों पर हत्या का शक जाहिर कर मामले की पड़ताल कर रही है। रामू की मौत की खबर सुनते ही उसकी बूढ़ी मां गश खाकर गिर पड़ीं। रामू ही उनके बुढ़ापे का इलौता सहरा था, जिसे भी कातिलों ने छीन लिया।