लखनऊ, 23 फरवरी : भारती HBय बाजार में ग्लोबल च्वाइस ब्रांड नाम से बिजली की कम खपत करने वाले नये जमाने के एसी उतारने वाली ग्लोबलवे इनोवेशन का सालाना ट्रेनिंग आज यहां होटल दयाल पैराडाइज में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों को कम्पनी से जुड़े लोगों को सम्मानित भी किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए निदेशक रचना मिश्रा ने कहा कि समय-समय पर प्रशिक्षण से कार्मिक नयी तकनीकों से परिचित होते हैं तो साथ ही बहुत सी चीजों को दोहराते हुए दक्षता भी हासिल करते हैं। तीन चरणों में होने वाली इस ट्रेनिंग में देश भर से लगभग एक सौ अस्सी तकनीकी प्रशिक्षक और प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उम्मीद है नयी सौर तकनीकों, उपकरणों और युक्तियों से जुड़ा ये प्रशिक्षण कार्मिकों के लिए उपयोगी होगा और उनका उत्साह बढ़ायेगा। साथ ही कम्पनी की उन्नति के नये द्वार खोलने में मददगार बनेगा। कार्यक्रम में तकनीकी प्रशिक्षण के साथ सीआरएल ट्रेनिंग और ईएमआई किस प्रकार दी और वसूली जाएगी, इस पर विशेषज्ञों ने बात रखी और उठाये गये सवालों पर सार्थक संवाद किया।
उन्होंने बताया कि ग्लोबल चॉइस एयर कंडीशनर पारंपरिक एयर कंडीशनर की तरह काम नहीं करता। इसमें दो बड़े अंतर हैं। पारंपरिक एयर कंडीशनर ग्रिड से केवल एसी करंट पावर का इस्तेमाल करते हुए एयर कंडीशनर को चलाने के लिए ज्यादा वाट क्षमता की खपत करता है, जबकि सोलर कम्पैटिबल एयर कंडीशनर ग्लोबल च्वाइस को तीन विकल्पों- डायरेक्ट सोलर पावर, बैटरी पावर बैंक और ग्रिड इलेक्ट्रिसिटी से चलाया जा सकता है। ग्लोबल चॉइस एयर कंडीशनर ब्रशलेस डायरेक्ट करंट तकनीक पर काम करता है। इस तकनीक में कंप्रेसर हमेशा बहुत कम बिजली पर चालू रहता है, जब भी कंप्रेसर को तापमान कूलिंग की जरूरत के हिसाब से ज्यादा बिजली की जरूरत होती है तो यह ज्यादा बिजली खींचता है।
मांग के मुताबिक स्पीड, पावर और थर्मस को ठीक से एडजस्ट किया जा सकता है। कंप्रेसर बिना किसी झटके के हाईवे पर चल रहे वाहन की तरह काम करता है। ग्लोबल च्वाइस एसी के कम्प्रेशर पर 12 साल, पीसीबी पर पांच साल और स्पेयर्स पर एक साल की वारण्टी दी जा रही है और यह ऐसी आसान किस्तों पर भी उपलब्ध है। ग्लोबल च्वाइस ब्राण्ड एसी बहुत कम समय में बाजार में अपनी पहचान और जगह बनाने में कामयाब हुआ है। साथ ही तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। प्रशिक्षण सहसंयोजक संजीव डे बताया कि कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के साथ ही ओड़िसा, केरल, बंगाल, पंजाब, हरियाणा और अन्य प्रदेशों से ग्लोबलवे इनोवेशन से जुड़े लोगों ने भाग लिया।