नई दिल्ली, 03 सितम्बर, 2021: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद सरकार बनाने का फॉर्मूला भी तय कर लिया गया है। अगले तीन दिन के अंदर इसका ऐलान कर दिया जाएगा। तालिबान सरकार बनाने के लिए ईरान का फॉर्मूला अपनाएगा। यहां एक सुप्रीम लीडर होगा और उसके अंतर्गत प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति काम करेगा। तालिबान के कल्चर कमीशन के मेंबर अनामुल्लाह समनगनी ने बताया हमारी नई इस्लामिक सरकार दुनिया के लिए एक मॉडल होगी। मुल्ला हिब्तुल्लाह अखुंदजादा ही हमारे सुप्रीम लीडर होंगे और उनकी अगुवाई में हम काम करेंगे।
बता दें कि ईरान में भी इस्लामिक गवर्नमेंट का मॉडल लागू है। यहां एक सुप्रीम लीडर हैं और उनके अंतर्गत राष्ट्रपति सरकार चलाने का काम कर रहा है। ईरान में अभी अयातुल्ला अली खामनेई सुप्रीम लीडर हैं, जबकि इब्राहिम रईसी इस वक्त ईरान के राष्ट्रपति हैं।
इस बीच, काबुल स्थित राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह के आयोजन की तैयारियां जारी हैं। तालिबान की नई सरकार के गठन के मौके पर भारत समेत कई देशों के प्रमुखों को न्योता भेजा जाने वाला है। कतर में तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के डिप्टी प्रमुख शेर अब्बास स्तानिकजई ने इस बात की पुष्टि की कि नई सरकार में सभी अफगान जातीय समूहों का प्रतिनिधित्व होगा।
उन्होंने कहा जिन लोगों ने 2001 में अमेरिकी कब्जे के बाद कैबिनेट में सेवाएं दीं, उन्हें नई कैबिनेट में जगह नहीं दी जाएगी। सरकार के रूप की जानकारी दिए बिना स्तानिकजई ने कहा कि नई सरकार में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या नई सरकार में महिलाओं को मंत्री जैसे उच्च पदों पर नियुक्त किया जाएगा। तालिबानी नेता ने विश्व समुदाय से कहा है कि वे नई अफगान सरकार को मान्यता दें, क्योंकि 40 सालों में पहली बार देश में शांतिपूर्वक सरकार का गठन किया जा रहा है।
निकजई ने कहा कि सभी अफगान एकजुट हैं और हमें उम्मीद है कि अमेरिका, यूरोपियन यूनियन और दुनिया के बाकी के देश हमारी सरकार को मान्यता देंगे। उन्होंने कहा दोहा में विदेशों दूतों से लगातार बातचीत की जा रही है।