क्या वाकई हमारे देश में डरावनी और भूतिया जगह है, लोग अक्सर भूतो के होने का जिक्क्र क्यों करते हैं जिससे हमारे शरीर में सिहरन उठती है और डर से हम कांपने लगते हैं लोग तो कुछ ऐसा ही कहते है कि भूतिया जगह वास्तव में होती है और हमें इसे नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए क्योकि इन जगहों पर जब किसी की मौत होती हैं तब लोग इसे गंभीरता से लेते हैं और इन जगहों को भूतिया जगह का नाम देते है, इसी वजह से सरकार ने शाम होते ही इन जगहों पर जाने से मना किया हुआ है। अब आप माने या न माने फिलहाल हम आपको कुछ भयानक भूतिया जगहों के बारे में बता रहे हैं-
भानगढ़ का किला,राजस्थान
देश का सबसे डरा देने वाला महल है भानगढ़। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी यहां मकान बनाया गया, उसकी छत गिर जाती है। आधिकारिक तौर पर यहां अंधेरा होने के बाद अंदर जाना मना है। लोगों का कहना है कि इस महल में रात में गया कोई भी व्यक्ति वापस नहीं आ पाया।
दमास बीच-गुजरात
एक जमाने में यह हिन्दुओं के अंतिम संस्कार की जगह हुआ करता था। माना जाता है कि लोग यहां से रहस्मयी तरीके से गायब हो जाते हैं और कभी नहीं मिलते। गुजरात के दमास बीच पर आज भी लोगों को चिल्लाने और बातें करने की अजीबोगरीब आवाजें आती हैं।
बृज राज भवन पैलेस-राजस्थान
महल से एक हैरिटेज होटल में तब्दील कोटा का बृज राज भवन पैलेस में एक ब्रिटिश भूत के होने की कहानी डराती है। बताया जाता है कि 1857 की क्रांति मे मारा गया मेजर बुरटन रात को गार्डस को थप्पड़ मारता है।
डिसूजा चॉल-मुम्बई
कहा जाता है कि इस चॉल में स्थित कुएं में एक महिला पानी भरते समय गिर कर मर गई। लोग कहते हैं कि तब से यह महिला कुएं के आस-पास रोज रात को आती है। हालांकि किसी को नुकसान नहीं पहुंचाती है।
शनीवारवाडा फोर्ट-पुणे
शनिवारवाडा फोर्ट का निर्माण मराठा साम्राज्य को बुलंदिजयों पर ले जाने वाले बाजीराव पेशवा ने 1746 ई. में एक महल का निरर्माण करवाया था। स्था नीय लोग कहते हैं कि। इस महल से अब भी अमावस की रात एक दर्द भरी आवाज आती है जो बचाओ-बचाओ पुकारती है। यह आवाज उस व्यक्ति की है जिासकी हत्या इस महल में कर दी गई थी। कहते हैं हत्या के बाद उसके शव को नदी में बहा दिंया गया था।
प्रचलित कहानियों के अनुसार बाजीराव की मृत्यु के बाद राजनीतिओक दांव-पेंच और सत्ता के लालच में 18 साल की उम्र में नारायण राव की हत्या इस महल में कर दी गई थी। कहते हैं आज भी नारायण राव अपने चाचा राघोबा को पुकारते हैं ‘काका माला बचावा’। उनके चाचा राघोबा को उनका संरक्षक बनाया गया था। माना जाता है कि राघोबा पूरे शासन पर राज करना चाहते थे अतः उन्हीं के इशारे पर नारायण राव की हत्या की गई थी।
इस महल में 1828 ई. में रहस्यमय तरीके से आग लग गई और काफी हद तक महल नष्ट हो गया। परन्तु आज भी यहां आने वाले लोगों को भूतहा अनुभूतियां होती हैं विशेष तौर पर अमावस्या की रात को यहां आवाजें आती हैं।
जीपी ब्लॉक-मेरठ
मेरठ के जीपी ब्लॉक में कई बार चार भूत एक घर में मोमबत्ती लिए बैठे हुए और बीयर पीते देखे जा चुके हैं। लोगों ने इस घर से लाल रंग की ड्रेस पहने लड़कि यों को बाहर आते देखा है। इस दो मंजिला घर की तरफ लोगों ने जाना बंद कर दिया है।
दिल्ली केंट
Delhi Cantonment जिसे कि सामान्यतया Delhi Cant कहा जाता है कि स्थापना ब्रिटिश – इंडियन आर्मी ने कि थी। यह पूरा इलाका एक छोटे से जंगल की तरह दिखाई देता है जिसमे चारो तरफ हरे भरे पेड़ो है। कहा जाता है कि दिल्ली केंट में सफेद लिबाज पहने एक महिला लोगों से लिफ्ट मांगती है। अगर आप आगे निकल जाते हैं तो यह महिला कार के जितना तेज भाग कर पीछा करती है। बहुत से लोगो ने उसको देखे जाने की पुष्टि की है। हालांकि आज तक किसी इंसान को नुक्सान पहुचाने की कोई खबर नहीं है। लोगो का कहना है शायद से किसी महिला ट्रेवलर की आत्मा है जिसकी मृत्यु इसी इलाके में हुई हो।
मालचा महल – दिल्ली
मालचा महल दिल्ली के दक्षिण रिज़ के बीहड़ो में छुपा है। इसका निर्माण आज से 700 साल पहले फ़िरोज़ शाह तुगलक ने करवाया था। वो इसे अपनी शिकारगाह के रूप इस्तमाल करते थे। यह महल पिछले कई सदियों से वीरान रहने के कारण खंडहर हो चुका था। इस खंडहर हो चुके महल में 1985 में, अवध घराने की बेगम विलायत महल अपने दो बच्चो, पांच नौकरो और 12 कुत्तो के साथ रहने आई। इस महल में आये बाद वो कभी इस महल से बाहर नहीं निकली। इसी महल में बेगम विलायत खान ने 10 सितम्बर 1993 को आत्महत्या कर ली थी। कहते है की बेगम की रूह आज भी उसी महल में भटकती है।
लोथियन कब्रिस्तान – कश्मीरी गेट, दिल्ली”
पुरानी दिल्ली में कश्मीरी गेट के पास स्तिथ यह कब्रिस्ताtन 200 साल से अधिक पुराना है। 1857 के विद्रोह के दौरान इसमें कई लोगों की कब्र बनाई गई थी। माना जाता है कि इसमें एक अंग्रेज सैनिक सर निकोलस की रूह भटकती है, जो एक भारतीय महिला से प्रेम करता था लेकिन अपनी प्रेमिका द्वारा ठुकराए जाने पर उसने अपना सिर काट लिया था और तब से हर अमावस्या के दिन उस सिपाही का भूत इस स्थान पर टहलता नजर आता है।
टॉवर ऑफ साइलेंस – मालाबार हिल, मुंबई
पूरे विश्व ये अपने तरह का एक मात्र ऐसा खास इलाका है जहां के खौफनाक मंजर केवल भूतीया अनुभवों तक ही सीमित नहीं है बल्कि उससे काफी बढ़कर हैं। यहां तो दिन में ही एक से बढ़कर एक खौफनाक मंजर आपको देखने को मिल जाएंगे। टॉवर ऑफ साइलेंस दरअसल पारसी कब्रिस्तान है। यहां पारसी समुदाय के लोग अपने मृतजनों का अंतिम संस्कार करते हैं। पारसी समुदाय अपने मृतकों के शव को न जलाते हैं, न दफनाते हैं बल्कि यही लाकर खुले में छोड़ जाते हैं गिद्धों और अन्य मांस भक्षी पक्षियों के लिए……और ये ही यहां से जुड़े सबसे बड़ी खौफ की वजह भी है। यहां पर अगर कोई दिन में जाने की गलती कर भी ले तो रात में तो कतई यहां कोई जाने की न हिमाकत कर सकता है ,यहां अक्सर सफेद कपडो़ं में एक बेहद हसीन किशोरी देखी जाती है जो रात के वक्त यहां से गुजरने वालों से लिफ्ट मांगती है। इसके अलावा एक पारसी परिवार की आत्माओं को देखे जाने का भी दावा किया जाता है जो इसी जगह एक कार एक्सीडेंट में मारे गए थे। वे भी आते-जाते लोगों को अक्सर दिख जाते हैं। वे लोगों को गाड़ी खराब होने के बहाने से अपनी ओर आकर्षित करते हैं और मदद की अपील करते हैं। ये दोनों ही आत्माओं ने यहां से गुजरने वाले कुछ लोगों को नुक्सान भी पहुंचाया, जिसके बाद यहां के बारे में ये बात प्रचलित हो गई कि यहां कभी भी जाना खतरे से खाली नहीं है और जाने-अनजाने अनिष्ट को चुनौती देना है।
रामोजी फिल्म सिटी-हैदराबाद
बताया जाता है कि रामोजी फिल्म सिटी की जगह पर वर्षो पहले एक युद्ध लड़ा गया था जिसमें हजारों लोग मरे थे। बताया जाता है कि यहां लाईट अपने आप ऊपर से गिर जाती है, कपड़े अपने आप फट जाते हैं। माना जाता हे कि ये भूत लड़कियों को ज्यादा तंग करते हैं।
राज किरण होटल-मुम्बई
लोगों का कहना है कि इस होटल के ग्राउंड फ्लोर में अजीबोगरीब बातें होती हैं। जो लोग इनमें रहने आते हैं, उन्हें आधी रात में कोई जगाता है और जब वे उठते हैं तो चमकीली नीली रोशनी पैरों पर पड़ती है। कुछ लोग उनकी बैडशीट खींचने की बाते भी बताते हैं।
स्वॉय होटल-मसूरी
1902 में बनी इस होटल में एक महिला का भूत देखा जाता है। गारनेट नाम की इस महिला को किसी ने जहर दे दिया था। माना जाता है कि यही महिला अपने कातिल को अब तक तलाश कर रही है। यह लोगों को परेशान नहीं करती, लेकिन इसका हाव-भाव शून्य चेहरा ही डराने के लिए काफी है।