नवीनतम शो ‘जागृति- एक नई सुबह’ एक ऐसी कहानी है जो झारखंड के जामतारा जिले के काल्पनिक शहर मोक्षगढ़ में रची-बसी है। इस शो में कालीकांत की बेहद नकारात्मक भूमिका को आर्य बब्बर निभा रहे हैं। शो उनकी भूमिका को लेकर व अन्य बिंदुओं पर हुई खास बातचीत में आर्य बब्बर ने कहा कि ‘मुझे हमेशा ऐसे किरदार पसंद आते हैं जो मुझे चुनौती देते हैं, और कालीकांत भी ऐसा ही है। जब मैंने पहली बार स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मैं तुरंत उसके पेचीदा स्वभाव से आकर्षित से गया और मुझे इसमें अपनी एक्टिंग का एक नया पहलू तलाशने का मौका नजर आया।
कालीकांत एक ऐसा खलनायक है, जिसके कई पहलू हैं। वो सिर्फ एक बुराई वाला खलनायक नहीं है; वो न्याय को लेकर बड़ा उल्टा नजरिया रखता जो उसे दिलचस्प और घृणित दोनों बनाता है मैं ‘जागृति एक नई सुबह’ जैसे आकर्षक शो के साथ आठ साल बाद टेलीविजन पर वापसी करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं।’
बब्बर ने बताया कि हमारा शो ‘जागृति एक नई सुबह चित्ता समुदाय (काल्पनिक) पर रोशनी डालता है, जिन्हें जन्म से ही मुजरिम मान लिया जाता है और बुनियादी अधिकारों से महरूम रखा जाता है। असल में, हमारा शो भारत भर में मौजूद कई अभावग्रस्त बिरादरियों और बेघर जनजातियों की हकीकत बयां करता है। कालीकांत के अत्याचारी पक्ष को समझने के लिए, में शूटिंग से पहले खुद को अलग करने की कोशिश करता हूं और कुछ रेप / ईडीएम म्यूजिक सुनता हूं, और इससे मुझे वो इमोशन्स जाहिर करने और स्क्रीन पर किरदार की क्रूरता को बरकरार रखने में मदद मिलती है।