- मायावती ने दिया यह करारा जवाब: गैंगरेप मामले में गहलोत सरकार के उचित कार्रवाई न करने पर समर्थन को लेकर लेंगे कोई फैसला
नई दिल्ली, 13 मई 2019: आम जनता के चुनावी मुद्दे भूलकर आपसी वैमनस्य कि भावना से भरे कडुवाहट की बयानबाज़ी चुनाव में चरम पर हैं।इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती को अगर अलवर में हुए सामूहिक बलात्कार कांड से वाकई पीड़ा हो रही है, तो वह राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लें।इस पर मायावती ने कहा कि पहले ऊना और वेमुला कांड भी देखें पीएम और इन घटनाओं को लेकर इस्तीफा दें।
मालूम हो कि मोदी ने देवरिया और कुशीनगर में हुई चुनावी रैलियों में कहा, ‘राजस्थान की सरकार बसपा के सहयोग से चल रही है। वहां की कांग्रेस सरकार दलित बेटी से सामूहिक बलात्कार का मामला दबाने में लगी है। बहनजी (बसपा प्रमुख मायावती) राजस्थान में आपके समर्थन से सरकार चल रही है। वहां दलित बेटी से बलात्कार हुआ है। आपने उस सरकार से समर्थन वापस क्यों नहीं लिया? घड़ियाली आंसू बहा रही हो।’
उन्होंने कहा, ‘आपके साथ गेस्ट हाउस कांड पर पूरे देश को पीड़ा हुई थी। आज अलवर कांड पर आपको पीड़ा क्यों नहीं हो रही है? अगर हो रही है, तो बयानबाजी करने की बजाय राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लीजिए।
मायावती ने दिया यह करारा जवाब: पहले अपने गिरेबान में झांककर देखें पीएम
लखनऊ, 13 मई 2019: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए बयान पर बसपा प्रमुख मायावती ने जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इस घृणित काण्ड की आड़ में घृणित राजनीति न करें। सुश्री मायावती ने कहा कि इस मामले में उचित कानूनी कार्रवाई न होने पर पार्टी जरूर उचित राजनीतिक फैसला लेगी।
उन्होंने करारा जवाब देते हुए कहा कि पीएम गुजरात के ऊना दलित कांड, रोहित वेमुला काण्ड व गुजरात आदि बीजेपी शासित राज्यों में आये दिन हो रहे दलित अत्याचार व शोषण की नैतिक जिम्मेदारी लेकर अपने पद से इस्तीफा क्यों नहीं देते हैं ? सुश्री मायावती ने कहा कि बीजेपी व श्री मोदी इस दुखद काण्ड पर घृणित राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं, जबकि इस घटना के साथ-साथ अन्य घटनाओं के संबंध में भी सख्त कानूनी कार्रवाई करवाना उनकी नैतिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन्हें बीएसपी को नसीहत देने से पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए कि उनके बीजेपी शासित राज्यों में भी दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों पर जुल्म ज्यादती कितना ज्यादा चरम पर है। सुश्री मायावती ने कहा कि कांग्रेस से राजनैतिक तौर पर कैसे निपटना है यह बीएसपी अच्छी तरह से जानती है।