रिपोर्ट ना तो संसद में पेश हुई और ना ही वह लोक लेखा समिति (पीएसी) के पास आई
नई दिल्ली, 16 दिसम्बर 2018: राफेल मामले पर मचे घमासान के बीच कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राफेल को लेकर उच्चतम न्यायालय के समक्ष गलत तथ्य पेश हैं और शीर्ष अदालत को गुमराह किया है। इसलिए मोदी सरकार को इसकी वजह बतानी चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय जनता पार्टी राफेल पर उच्चतम न्यायालय के फैसले के लिए अपनी पीठ तो थपथपा रही है, लेकिन वह यह नहीं बता पा रही कि जिस नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट ने न्यायालय में हवाला दिया और न्यायालय ने जिसके आधार पर फैसला दिया है। वह रिपोर्ट ना तो संसद में पेश हुई और ना ही वह लोक लेखा समिति (पीएसी) के पास आई है।
उन्होंने कहा कि जो न्यायालय के समक्ष जो तथ्य पेश किये गए हैं अदालत ने उसी आधार पर फैसला दिया है। न्यायालय इस मामले में टिप्णियों और आपत्तियों को नहीं देख सकता है न्यायालय को जानकारी दी गई है कि विमानों की कीमत का जिक्र संसद में पेश कैग की रिपोर्ट और पीएसी के पास है और उसी आधार पर शीर्ष अदालत ने फैसला सुनाया हैं न्यायालय को यह नहीं बताया गया था कि उसे गुमराह किया जा रहा है, इसलिए उसके सामने जो जानकारी दी गई है उसने उसी के आधार पर फैसला दिया कहा कि न्यायालय के समक्ष रखे गए हैं तो शीर्ष अदालत को गुमराह करने वाली बात है और सरकार को बताना है।
प्रवक्ता ने कहा कि अगर न्यायालय के समक्ष गलत तथ्य रखे गए हैं तोयह शीर्ष अदालत को गुमराह करने वाली बात है और सरकार को बताना चाहिए कि उसने ऐसा क्यों किया और विधि अधिकारियों ने किस आधार पर ये गलत सूचना अदालत को दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी न्यायालय के फैसले का सम्मान करती हैं लेकिन सरकार ने न्यायालय के समक्ष जो भी तथ्य पेश किए गए हैं, कांग्रेस पार्टी उसकी निंदा करती है।