दिल्ली बनेगी ओवरहेड तारों से मुक्त-स्टार क्लिम्पर देगा रफ़्तार
मुंबई/नई दिल्ली: भारत के दो बड़े शहरों, दिल्ली और महाराष्ट्र, में तकनीक और ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी को उलझे हुए ओवरहेड तारों से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है, जबकि महाराष्ट्र ने 2026 तक अपने किसानों को मुफ्त सोलर बिजली देने की घोषणा की है।
दिल्ली: तारों की उलझन का आसान समाधान
दिल्ली में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग में एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया, जिसके तहत बिजली के ओवरहेड तारों को व्यवस्थित करने की योजना है। इसके लिए 100 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
भूमिगत केबलिंग के बिना हल होगी उलझे तारों की समस्या
पारंपरिक भूमिगत केबलिंग महंगी और समय लेने वाली होती है, इसलिए स्टार इन्फोमैटिक प्राइवेट लिमिटेड ने ‘स्टार केबल क्लिम्पर’ नामक एक नया उपकरण पेश किया है।
यह डिवाइस बिना सड़क खोदे, बिना बिजली बंद किए और कम खर्च में तारों को व्यवस्थित करता है। कंपनी के सीईओ कार्तिक सक्सेना ने कहा, “यह उपकरण कम लागत में तारों की समस्या हल कर सकता है।” दिल्ली के बाद इसे अन्य शहरों में भी लागू करने की योजना है।
महाराष्ट्र: किसानों को मुफ्त सोलर बिजली
महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अवादा ग्रुप की 11 सौर ऊर्जा परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने घोषणा की कि 2026 तक जिले के हर किसान को दिन में 12 घंटे मुफ्त बिजली मिलेगी। ‘मुख्यमंत्री सौर कृषि वाहिनी योजना’ के तहत 35 मेगावॉट की परियोजनाएँ शुरू हो चुकी हैं, जिनसे 14,000 किसानों को लाभ मिल रहा है।
अवादा ग्रुप के अध्यक्ष विनीत मित्तल ने कहा, “यह योजना स्वच्छ ऊर्जा के जरिए किसानों और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देगी।” इन परियोजनाओं से 167 गाँवों के लगभग 14,893 किसानों को फायदा होगा।
दिल्ली का ‘स्टार केबल क्लिम्पर’ और महाराष्ट्र की सौर ऊर्जा योजना, दोनों ही तकनीक और नवाचार के जरिए देश को बेहतर भविष्य की ओर ले जा रहे हैं। ये पहल न केवल शहरों को व्यवस्थित और सुंदर बनाएंगी, बल्कि किसानों को भी सशक्त करेंगी।