- कहा : 21वीं सदी का राज्य बनाने के लिए नौजवानों शिक्षकों का बढ़ाना होगा मनोबल
- 60 वर्ष तक सेवा बहाली की मांग को लेकर चल रहा अतिथि शिक्षक संघ का भूख हड़ताल दूसरे दिन समाप्त
पटना, 12 जनवरी 2020 : बिहार राज्य उच्चतर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ की ओर से प्रदेश के 4203 अतिथि शिक्षकों द्वारा पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर आयोजित भूख हड़ताल आज दूसरे दिन समाप्त हो गया है। भूख हड़ताल विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार व अन्य लोगों को जूस पिला का तुड़वाया और इस मामले में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों से बात करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि विकास कार्य सिर्फ सड़क और भवन बनाने से नहीं पूर्ण होता है। विकास का पैमाना शिक्षा और स्वास्थ्य है। जब तक गांवों के अंतिम छोर तक शिक्षा और स्वास्थ्य की अलख नहीं जगेगी, तब तक 21वीं सदी का विकास संभव नहीं है।
उन्होंने कहा कि हमने सदन में भी शिक्षकों की बात को उठाया है और कहा है कि शिक्षकों की दुर्दशा का मूल कारण उनकी भावानाओं को नहीं समझ पाना है। इसकी वजह है कि प्रशासनिक अधिकारियों को स्कूलों से कोई लेना देना नहीं है। जब अतिथि शिक्षकों को पूरी प्रक्रिया के साथ बहाल किया गया, तो फिर इनके साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। आज शिक्षकों को हतोत्साहित नहीं, उत्साहित करने की जरूरत है।
भूख हड़ताल में मुख्य वक्ता के रूप में संघ के अजीत कुमार लोहिया खुशबू सिन्हा तरन्नुम हफीज श्याम नंदन प्रसाद चंद संतोष चंद्रकांत नूतन कुमारी कल्पना भारतीय राहुल कुमार रामकृष्ण दिग्विजय अभय नंदन कुमार आनंद कुमार राणा श्यामलाल प्रसाद राजीव रंजन कुमार इत्यादि ने ने भाग लिया।