छात्र निलंबन वापस करने की माँग हुई
लखनऊ, 12 जुलाई : मोहनलालगंज से नवनिर्वाचित सपा सांसद आर. के. चौधरी ने गुरुवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के अशोक पुरुष छात्रावास में चौपाल लगाकर छात्रों की समस्याएं सुनी। छात्रों विवि के कई अधिकारियो की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जाहिर की।
छात्रों ने कहा कि दलित प्रोफेसर को प्रॉक्टर बना दिया जाता है। उसी प्रॉक्टर के इशारे पर दलित छात्रों का दमन होता है। छात्रों को निलंबित कर दिया जाता है, जिससे उसकी पढ़ाई बाधित हो जाती है। विवि में पूरी प्रॉक्टोरियल टीम में संकीर्ण मानसिकता के लोग रखें गए है, जो गरीब और वंचित तबको के छात्रों को आगे नहीं बढ़ते देख पाते है।
छात्रों ने पूर्व कुलपति पर भी गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उनके पूरे कार्यकाल कोई विकास कार्य नहीं हुआ, पढ़ाई का वातावरण ख़त्म हो गया।सिर्फ उनके कार्यकाल में हुआ है तो वो है भ्रष्टाचार। उन्होने छात्रहित पर कभी कार्य नहीं किया। यहीं ही नहीं छात्रों ने डीएसडब्लू वीर सिंह भदौरिया के द्वारा छात्रों के विरुद्ध किए जा रहे कार्यों को से अवगत कराया और उन्हें भ्रष्ट अधिकारी बताया। विधि छात्र गौरव वर्मा ने बताया कि सांसद जी से विवि में एससी/एसटी कुलपति लाने की माँग की गयी है।
अश्वनी कुमार ने बताया कि अप्रैल माह में छात्रों और सुरक्षाकर्मियों हुई मारपीट में छात्रों पर हुई कार्यवाही को वापस लेने की मांग की गयी है। छात्रों का आरोप है कि उन्हें बिना किसी कारण के सिर्फ निलंबित कर दिया जाता है।
मूलचंद्र कन्नौजिया ने कहा कि छात्र विश्वविद्यालय से मूलभूत सुविधाओं और अधिकारों की मांग करते है, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कार्रवाई सिर्फ दलित-पिछड़े छात्रों के खिलाफ कर देता है। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के मूलभूत जरूरत के अधिकार को भी खत्म किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में निलंबन निष्कासन की कार्यवाही इतनी धड़ल्ले से हो रही है कि दर्जनों की संख्या में छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाता है। सांसद आर. के. चौधरी ने एक एक करके सभी समस्यायों को सुना और उस पर कार्य करने का आश्वासन भी दिया है।