दरिंदगी: 12 दिन बाद इंदिरानगर पुलिस ने वहशी को दबोचा, बच्ची के चीखने पर दी थी घटना अंजाम, खिलाने के बहाने ले गया था साथ, खुलासे के बाद एसएसपी ने थानाध्यक्ष को दिया प्रशस्ति पत्र
लखनऊ 17 अक्टूबर। इंसान कब दरिंदा बन जाए, कोई नहीं जानता, पर ऐसे ही दरिंदे को मासूम की हत्या के बाद इंदिरानगर पुलिस ने सोमवार को हिरासत है। जिसने मासूम को खिलाने के बहाने गोद में लिया, फिर छेड़खानी की, बच्ची चीखी तो उसे मार डाला। परिजनों को मामले की भनक लगी तो उन्होंने पुलिस को बताया। उसने मामले की एफआईआर दर्जकर आरोपी को हिरासत में लिया तो उसने घटना अंजाम दिए जाने की बात कबूल कर ली, उसे अदालत में पेश किया गया, जिसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
इंदिरानगर में 5 अक्टूबर को अमराई गांव में भण्डारा था। जिसमें शामिल होने के लिए वहीं रहने वाली एक महिला गई थी। जाते वक्त पड़ोस में रहने वाले गुड्डु यादव ने बच्ची को खिलाने के बहाने ले लिया। देर रात महिला घर लौटी तो उसे बच्ची मृत मिली। कोहराम मचा तो परिजनों ने शव को दफना दिया। 13 अक्टूबर को उन्हें पता चला कि गुड्डु ने बच्ची से छेड़खानी की थी। वो चीखी तो उसे पहले पीटा और फिर रोते ही रहने पर मारकर उसी के घर में लेटा दिया। इसकी जानकारी मृतका की मां ने 14 अक्टूबर को थाने पर दी। पुलिस ने महिला की तहरीर पर गुड्डु के खिलाफ धारा 302, 342, 354, 201 व 7/8 पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्जकर जांच-पड़ताल की तो हत्या किए जाने की बात का खुलासा हुआ। खुद के खिलाफ मामला दर्ज होने की भनक पाकर गुड्डु उसी दिन फरार हो गया था। जिसे पुलिस ने सोमवार को गिरफ्त में लिया। उसने मासूम को मारे जाने की बात कबूली। थानाध्यक्ष मुकुल वर्मा का कहना है कि आरोपी पेशे से चालक है। उधर इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के बाद एसएसपी दीपक कुमार ने थानाध्यक्ष को प्रशस्ति पत्र दिया है।