ये धुआं भी अजीब है साहब.! पराली जले तो दिल्ली तक चला जाता है, किसान की फसल जले तो तहसील तक नहीं पहुंच पाता..??
किसानन का बदनाम करै:
ई जौ सुबह से शाम तक पराली..पराली..चिल्लाय रहे हो, बंद करौ। किसान की कुल प्रदूषण मा आठ परसेंट की हिस्सेदारी है। अपने घर कै फ्रिज, एसी और कार का उपयोग बंद कैइ देव, तौ बहुत भला होई। पराली जलावै से कहूं ज्यादा प्रदूषण पैदा कई रहा है तोहार फ्रिज, एसी और कार। हुंह…चले हैं पराली…पराली चिल्लाय कै किसानन का बदनाम करै। हिम्मत है औद्योगिक घरानों की नाक मा नकेल डालौ, जिनकी फैक्टरियां जहर उगल रही हैं।