अगर आपका लक्ष्य निर्धारित है तो मिलने वाली असफलताओ से मत घबराइए। बस अब की बार उस तक पहुचने का मार्ग बदल दीजिये !
अपनी जागरूकता बढ़ाने और अपने व्यवहार को बदलने के लक्ष्य को किसी खेल की तरह समझें। चूंकि इस खेल में एकमात्र खिलाड़ी आप ही होते हैं, इसीलिए आपके सिवा दूसरा कोई जान नहीं पाता कि आप क्या है। आप खेल को पूरी तरह अंजाम तक पहुंचा सकते हैं या बीच में ही छोड़ सकते हैं या खेलने से इनकार कर सकते हैं।