जयपुर, 05 अगस्त 2018: भाजपा पूरी तरह से चुनावी रंग में आ गई है। राजस्थान में इस वर्ष के आखिर में होने वाले चुनाव के लिए वसुंधरा राजे समेत पूरी पार्टी ने कमर कस ली है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को अपनी बहुप्रचारित ‘राजस्थान गौरव यात्रा’ के लिए अमित शाह की हरी झंडी मिल गई है। चालीस दिन की इस यात्रा में वह अनेक जनसभाएं करेंगी तथा उनका जनता के साथ संवाद साधने का प्रयास रहेगा। आज इस यात्रा की शुरुआत भाजपा का चुनावी अभियान माना जा रहा है। वहीं प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस ने एक बार फिर इस यात्रा के आयोजन व प्रायोजन पर निशाना साधा है।
उल्लेखनीय है कि इसी साल राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले है उससे पहले भाजपा की इस यात्रा को शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा है। अमित शाह शाह विपक्ष के ल्ए कोई मौका नहीं छोडना चाहते जिससे होने वाले चुनावों में भाजपा को किसी तरह का नुकसान हो वो इस 40 दिन की यात्रा से विपक्ष को अपनी ताकत दिखाएंगी और जनता से रूबरू होगी।
पार्टी इसकी तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड रही। छह हजार किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय करने के बाद यह यात्रा 30 सितंबर को पुष्कर में समाप्त होगी। इस बीच प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस सारे आयोजन पर सवालिया निशान उठाते हुए शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री राजे को इसके बजाय जवाबदेही यात्रा निकालनी चाहिए और बताना चाहिए कि आखिर उन्होंने व उनकी सरकार ने किस क्षेत्र में गौरव बढाया है।
वहीं सचिन पायलट ने प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था, किसानों की बदहाली, युवाओं की बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, जैसे मुददों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस इस यात्रा के दौरान हर दिन एक सवाल पूछेगी और सरकार से जवाब मांगेगी। पार्टी चालीस दिन की इस यात्रा में जनहित से जुड़े 40 सवाल पूछेगी। पायलट ने भ्रष्टाचार और ‘मॉब लिंचिंग’ जैसे मुद्दों पर भी राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया।