नई दिल्ली, 20 अगस्त 2018: कांग्रेस ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था सही हाथों में नहीं है और यही वजह है कि दुनिया के बेहतरीन अर्थशास्त्री बीच में ही सरकार का साथ छोड़ चुके हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने यहां पार्टी प्रमुख मुख्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सप्रंग कि दोनों सरकारों और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की पुरानी एवं मौजूदा सरकार के कार्यकाल में आर्थिक विकास दर जीडीपी के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि मोदी सरकार में अर्थव्यवस्था और प्रबंधन सही हाथों में नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल में और प्रबंधन दोनों ही सही हाथों में थी। उन्होंने कहा कि देश में प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों की कोई कमी नहीं है लेकिन यह सरकार उन्हें ढूंढ नहीं पाई। उन्होंने कहा कि विदेशों से कई बेहतरीन अर्थशास्त्री भारत आ चुके हैं, और थोड़े-थोड़े कार्यकाल के बाद किसी ना किसी कारण वापस लौट चुके हैं।
श्री चिदंबरम ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार नोटबंदी वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी लागू किए जाने से लोग ‘कर आतंकवाद’ का सामना कर रहे हैं। उन्होंने आतंकवाद को परिभाषित करते हुए कहा कि जीएसटी की खामियों के कारण एक व्यक्ति को महीने में 3 -3 साल में 37 आयकर विवरण भरने पड़ते हैं। यदि उस व्यक्ति का कारोबार देश के विभिन्न हिस्सों में हो तो ये विवरण सैकड़ों में होगी। उन्होंने सवाल किया कि यह आतंकवाद नहीं तो और क्या है।