उपभोक्ता परिषद ने कहा उपभोक्ताओं के अनुपात में मीटर का रीडिंग करने वाली कंपनियों को ध्यान रखना होगा। मीटर रीडर और उन्हें उचित वेतन देकर सही मीटर रीडिंग हर माह करने के लिए करना होगा
लखनऊ, 23 नवम्बर : इस शनिवार को वेबिनोर में उपभोक्ताओं ने मुद्दा उठाया और कहा अनेको जनपदों में तीन से चार महीने पर कराई जाती है उपभोक्ताओं के घरों के की मीटर रीडिंग उसमें भी गलत रीडिंग ज्यादा जिससे चाह कर भी उपभोक्ता नहीं जमा कर पाते बिल और पावर कारपोरेशन के राजस्व का भी हो रहा हर महीने नुकसान कोई देखने वाला नहीं।
उपभोक्ता परिषद की तरफ से चलाए जाने वाले साप्ताहिक वेबीनार में आज प्रदेश के अनेकों जनपदों से जुडे विद्युत उपभोक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा सबसे ज्यादा उपभोक्ताओं का उत्पीड़न ओवर बिलिंग और गलत मीटर रीडिंग के चलते हो रहा है जिसके चलते उपभोक्ता चाहकर भी बिजली का भुगतान नहीं कर रहे हैं जहां एक तरफ पावर कारपोरेशन के राजस्व का नुकसान हो रहा है वही गलत बिलिंग पर कोई भी रोक नहीं लग रही है।
उपभोक्ताओं ने चर्चा करते हुए कहा ज्यादातर जनपदों में उपभोक्ताओं की संख्या के अनुपात में जिनको ठेका दिया गया है उनके द्वारा मीटर रीडरों की संख्या बहुत कम रखी गई है और उन्हें नाम मात्र वेतन दिया जाता है जिससे वह टेबल रीडिंग करते हैं और अनेकों जनपदों में तो तीन से चार महीने के बाद उपभोक्ता की रीडिंग लेने मीटर रीडर आता है जिससे पूरे प्रदेश में उपभोक्ताओं में भारी रोष है।
अनेको जनपदों से जुडे सम्मानित विद्युत उपभोक्ता सर्वश्री हरेंद्र कुमार संदीप सिंह इरफान अहमद अनुराग माही सानू कुमार विनोद कुमार गुप्ता संदीप कुमार गुप्ता घुनु राम वर्मा विनय चौबे ने अपनी बात रखते हुए कहा जनपदों में ज्यादातर मीटर रीडरों को रुपया 4000 से 5000 वेतन दिया जाता है उन्हें मिनिमम वेतन भी नहीं मिलता जिसकी वजह से वह हमेशा अपने जुगाड में रहते हैं और उनके द्वारा एक ही स्थान पर बैठकर रीडिंग कर दी जाती है पावर कॉरपोरेशन से करोड़ों अरबों का ठेका लेकर बडे ठेकेदार ज्यादा लाभ कमाने के चक्कर में कम संख्या में मीटर रीडर रखते हैं और उन्हें कम वेतन देकर बडा लाभ कमाते हैं और उसका खामियाजा प्रदेश की जनता को भुगतना पड रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा उपभोक्ताओं द्वारा आज वेबीनार में मीटर रीडरों द्वारा की जा रही तबले रीडिंग और गलत रीडिंग पर उपभोक्ताओं को अवगत कराते हुए कहा मामला गंभीर है इसकी जानकारी उपभोक्ता परिषद को पहले से ही है अनेकों बार प्रबंधन के सामने इस मुद्दे को उठाया गया है जल्द ही इस मुद्दे पर विस्तृत वार्ता पावर कार्पोरेशन प्रबंधन से की जाएगी और ऐसे ठेकेदार जो मीटर रीडिंग का ठेका लेकर कम संख्या में मीटर रीडर रखकर उपभोक्ताओं की गलत रीडिंग कर रहे हैं उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग उठाई जाएगी हर हाल में सही बिलिंग होनी चाहिए और जो भी इस काम में लगाए गए मीटर रीडर है उन्हें भी मिनिमम वेजेस के अनुसार अपनी जीविका चलाने के लिए एक उचित वेतन मिलने का अधिकार है जिससे वह और उपभोक्ताओं की सेवा करें।