रविवारीय मेले में धाम पर नशा मुक्ति के लिये उमड़े श्रद्धालु
अजमेर , 16 जुलाई । अजमेर जिले के सुप्रसिद्ध सर्वधर्म धार्मिक स्थल श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ पर रविवारीय मेले के साथ पवित्र श्रावण मास एवं तेज गर्मी व उमस के चलते भी हजारों श्रद्धालुओ की अपार भीड़ उमड़ पड़ी।
धाम के प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि मुख्य उपासक चम्पालाल महाराज ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि धाम पर चलाए जा रहे नशा मुक्त अभियान का उद्देश्य न सिर्फ जनसाधारण को नशे के दुश्प्रभावों के बारे में जागृत करना है बल्कि नशे के खिलाफ जनआन्दोलन का रूप देना है ताकि इस नशामुक्ति महाअभियान में हर आदमी जुड़कर अपना योगदान दे सके। साथ ही आज देश में राजगढ़ मसाणिया भैरव धाम की पहचान नशा मुक्ति भैरव धाम के रूप में हो चुकी है।
श्रद्धालुओं में यह धारणा बन रही है कि धाम पर आने के पश्चात बाबा भैरव व मां कालिका के आशीर्वाद से स्वतः ही नशा त्यागने की भावना जागृत हो जाती है , जिससे श्रद्धालु नशा मुक्ति अभियान का हिस्सा बन जाता है। पिछले कई वर्षों से नशा मुक्ति महाअभियान अनवरत जारी है । जिसमें लाखों श्रद्धालुओं ने स्वैच्छा से सभी प्रकार के नशे का त्याग कर चुके हैं। राजगढ धाम से मिलने वाली चमत्कारी चिमटी का सेवन करने के पश्चात् नशे की प्रवृत्ति त्यागने का मन स्वतः ही बन जाता है।
धाम पर आए हजारों श्रद्धालुओं में से लगभग तीन हजार श्रद्धालुओं ने अपने दोनों हाथ उठाकर जीवन में दोबारा नशा नहीं करने का संकल्प लिया । जिसमें पुरूषों की तुलना में महिलाओं की संख्या अधिक रही। नशा त्यागने वाले पुरूषों व महिलाओं ने नशे करने वाली वस्तुओ को बाबा के श्री चरणो में छोड़ा। धाम पर आए हुए श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव व मां कालिका के दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। धाम पर भारी भीड़ के चलते मेले जैसा माहौल नजर आ रहा था । चारो तरफ भीड़ ही भीड नजर आ रही थी रोड जाम हो गया था।
धाम के कार्यकर्ताओ के साथ पुलिस जाप्ते में आये पुलिस के जवानो ने कन्धे से कन्धा मिलाकर भारी भीड को नियंत्रित कर व्यवस्था को बिगडने से संभाला। धाम आये हुए हजारों श्रद्धालुओ को अपनी बारी के लिये कई देर तक अपनी बारी का इन्तजार के बाद मंदिर में प्रवेश मिला।