इस बार सितारों के थोड़ा बदले अंदाज नज़र आएंगे एण्डटीवी पर
एण्डटीवी के शोज आने वाले हफ्ते में ऐक्शन, ड्रामा और काॅमेडी के तड़के से भरपूर होने वाले हैं! क्या ‘भाबीजी घर पर हैं’ में विभूति नारायण मिश्रा उर्फ आसिफ शेख, एम.एफ.हुसैन बन जाएंगे जैसा कि वह दावा करते हैं? ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में सिंह परिवार दरोगा हप्पू सिंह यानी योगेश त्रिपाठी और उसकी कंजूस करतूतों से नाराज हैं! क्या ये कमाल की महिलाएं, दबंग राजेश (कामना पाठक) और कटोरी अम्मा (हिमानी शिवपुरी) अपनी पलटन के बांगलादेश ट्रिप के लिये पैसों का इंतजाम कर पायेंगी? ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी‘ में घरेलू गुड़िया (सारिका बहलोरिया) और सरला (समता सागर) नये जमाने के हिसाब से बन पायेंगी!
‘संतोषी मां सुनाएं व्रत कथाएं‘ में स्पेशल महाशिवरात्रि वीक होने वाला है। महादेव (दिनेश मेहता), संतोषी मां उर्फ ग्रेसी सिंह और असुर रानी पाॅलोमी उर्फ सारा खान के सामने चुनौती पेश करने वाले हैं।
ग्रेसी सिंह कहती हैं, ‘‘महाशिवरात्रि एक शुभ दिन होता है और महादेव को प्रसन्न करने के लिये संतोषी मां, असुर रानी पाॅलोमी के साथ परीक्षा देती नज़र आयेंगी। इस बीच, स्वाति (तन्वी डोगरा), देवेश (धीरज राय) और सिंहासन सिंह (सुशील सिन्हा) के बीच फंस जाती है। भक्त और भगवान दोनों की परीक्षा होगी कठिन।‘‘
आगामी ट्रैक के बारे में बताते हुए, आसिफ शेख कहते हैं, ‘‘कला की कीमत कलाकार ही जानता है। जब अंगूरी भाबी (शुभांगी अत्रे) नाचती हैं और विभूति पेंट करता है, तो रंग बिखरने के लिए तैयार हैं और कला का सृ़जन होगा। लेकिन क्या तिवारी जी (रोहिताश्व गौर) इस जुगलबंदी को सहन कर पायेंगे?
हिमानी शिवपुरी कहती हैं, ‘‘जब बच्चे किसी चीज की मांग करे तो भला अम्मा उसे ना कैसे कह सकती है। इसलिये, बांग्लादेश की ट्रिप जाने के उनके सपने को पूरा करने के लिये, राजेश और कटोरी अम्मा एक पान की दुकान खोलने वाली हैं।
चिड़चिड़े हप्पू सिंह से यह बात छुपाने के लिये, ये लेडी डाॅन घूंघट ओढ़कर निकलती हैं। और लोग उन्हें गलती से डाकू समझ लेते हैं। क्या हप्पू अपनी ही पत्नी और मां को गिरफ्तार करेगा?‘‘ सारिका बहरोलिया उर्फ गुड़िया कहती हैं, ‘‘अतिथि देवो भवः‘ माना जाता है लेकिन ये अतिथि सब पर भारी पड़ गयी है!
गुड़िया की एक पुरानी सहेली डेजी (प्रीति सहाय) अपना माॅडर्न अंदाज दिखाती है तो सरला भी उसके फैशन की नकल करना शुरू कर देती है। सरला और गुड़िया पूरी तरह बन-ठनकर और बड़ी ही नजाकत के साथ पूरे गुप्ता परिवार को एक राइड पर लेकर जाते हैं।
मुंहफट गुड़िया अपनी सहेली डेजी से बताती है कि उसका पति एक अमीर बिजनेसमैन है। जहां एक झूठ से हजारोें झूठ बनते चले जाते हैं और उसका कोई अंत नहीं होता है। क्या गुड़िया खुद अपने ही झूठ के जाल में फंस जायेगी?’’