- सांसदों व विधायकों को ज्ञापन सौंपकर लम्बित पदोन्नति में आरक्षण सम्बन्धी बिल पास कराने की उठायी जायेगी मांग
- संघर्ष समिति का ऐलान सितम्बर के अन्तिम सप्ताह में लखनऊ में होगा विशाल कार्यक्रम जिसमें आर-पार की लड़ाई का होगा ऐलान
लखनऊ, 05 सितम्बर 2018: लोकसभा में लम्बित पदोन्नति में आरक्षण संवैधानिक संशोधन 117वां बिल पास कराने व एससी/एसटी एक्ट की अब कोई पुनर्समीक्षा न किये जाने को लेकर आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति,उप्र के प्रान्तीय कार्यसमिति की आज आवश्यक बैठक में यह घोषणा की गयी कि 9 सितम्बर से सांसदों व विधायकों से सहयोग मांगो व विभागवार जन जागरण अभियान चलाया जायेगा और सितम्बर के अन्तिम सप्ताह में लखनऊ में एक विशाल कार्यक्रम कर केन्द्र सरकार को पदोन्नति में आरक्षण बिल अविलम्ब पास कराने को लेकर मजबूर किया जायेगा।
संघर्ष समिति के नेताओं ने भाजपा के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र द्वारा सभी दलों से एससी/एसटी एक्ट पर पुनर्विचार करने की अपील को बचकाना बयान करार देते हुए कहा कि अभी विगत माह एससी/एसटी एक्ट पर संशोधन लोकसभा व राज्यसभा से पारित हुआ है, जिसमें देश के सभी दलों के सांसदों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय है। फिर इसकी पुनर्ससमीक्षा की बात करना दलित समाज के साथ धोखा होगा और इस बयान पर भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व को संज्ञान लेकर अपना मत स्पष्ट करना चाहिए।
आरक्षण बचाओं संघर्ष समिति के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, केबी राम, डा रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, अनिल कुमार, अजय कुमार, श्याम लाल, अन्जनी कुमार, प्रेम चन्द्र, अशोक सोनकर, दिनेश कुमार, राधेश्याम ने कहा कि अब लोकसभा से पदोन्नति बिल पास कराने को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान होगा। प्रदेश के सभी 8 लाख आरक्षण समर्थक कार्मिक पूरी तरीके से कमर कस चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब करो मरो की तर्ज पर पूरे देश में आन्दोलन को चलाया जायेगा। देश के दूसरे राज्यों के आरक्षण समर्थक कार्मिक संगठन भी एकजुट हैं। बहुत जल्द ही सभी एक मंच पर आकर बड़े आन्दोलन के लिये शंखनाद करेंगे। सितम्बर के अन्तिम सप्ताह में लखनऊ में होने वाले विशाल कार्यक्रम में आर-पार की लड़ाई का ऐलान होगा।
Asking questions are in fact pleasant thing if you are not understanding something fully, however this
post provides fastidious understanding even.