- पदोन्नति बिल पास कराने व एससी/एसटी ऐक्ट पर हो रहे कुठाराघात को रोकने के लिये बाबा साहब डा अम्बेडकर प्रतीक स्थल पर प्रातः 6.30 बजे करेगें परिक्रमा
- अम्बेडकर स्मारक के किनारे स्थापित बहुजन समाज के सन्तो गुरूओं को करेगें नमन और भीम गीत का नारा करेगें बुलन्द आरक्षण समर्थक संविधान को बचाने की खायेगें कसम
लखनऊ, 09 सितम्बर 2018: आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र की प्रान्तीय कार्य समिति की आज की एक आवश्यक बैठक में सर्वसम्मति से यह घोषणा की गयी कि संवैधानिक व्यवस्था पदोन्नतियों में आरक्षण को लागू कराने व एससी/एसटी ऐक्ट पर हो रहे लगातार कुठाराघात रोकने को लेकर दिनांक 28 सितम्बर, 2018 को आरक्षण समर्थक कार्मिकों द्वारा बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर सहित अन्य बहुजन समाज के सन्तों व गुरूओं को नमन करते हुये परिक्रमा करेगें।
इसी क्रम में संघर्ष समिति संयोजक मण्डल के नेतृत्व में लखनऊ डा भीमराव अम्बेडकर सामाजिक प्रतीक स्थल, गोमती नगर गेट नम्बर-1 से प्रातः 6.30 बजे से आरक्षण समर्थक कार्मिक परिक्रम शुरू कर भागीदारी भवन प्रतीक स्थल तक जायेगें, उस मार्ग पर स्थापित बहुजन समाज के दर्जनों सन्तो गुरूओं की प्रतिमाओं पर आरक्षण समर्थक नमन कर भीम गीत गाते हुये परिक्रमा पूरी करेगें। और संविधान व आरक्षण को बचाने की शपथ लेगें।
आरक्षण बचाओं संघर्ष समिति के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, केबी राम, डा रामशब्द जैसवारा, आरपी केन, अनिल कुमार, अजय कुमार, श्याम लाल, एसपी सिंह महेन्द्र सिंह, प्रेम चन्द्र, अशोक सोनकर, पीएम प्रभाकर,, लेखराम, जितेन्द्र कुमार, प्रभुशंकर राव, श्रीनिवास राव, राजेश पासवान, योगेन्द्र, रामेन्द्र कुमार, सुनील कनौजिया ने कहा कि जिस प्रकार से पदोन्नति में आरक्षण का बिल लम्बित कर लाखों दलित कार्मिकों का उत्पीड़न कराया जा रहा है एवं पूरे देश में संविधान पर कुठाराघात हो रहा है, दलितों का उत्पीड़न हो रहा है, एससी/एसटी एक्ट जैसी संवैधानिक व्यवस्था का लगातार विरोध हो रहा है उससे पूरे देश के दलित कार्मिको व बहुजन समाज में काफी गुस्सा व्याप्त है। पूरे देश में आरक्षण समर्थक कार्मिक काफी आन्दोलित है लगातार पदोन्नति बिल पास कराने की माॅग उठा रहे हैं इसके बाद भी केन्द्री की मोदी सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है, जिससे लगातार गुस्सा बढ़ रहा है और दलित कार्मिक आन्दोलित है।