डॉ दिलीप अग्निहोत्री
राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने पिछले दिनों कानपुर में दीक्षान्त समारोह को विद्यार्थियों का उत्सव बताया था। इसके अलावा अनेक विश्वविद्यालयों के दीक्षान्त समारोहों में वह छोटे बच्चों को भी आमंत्रित करती रही है। उनका मानना है कि बच्चे ऐसे कार्यक्रम से पढ़ाई की प्रेरणा लेते है। पढ़ाई का महत्व भी उनको समझ में आता है। ऐसे ही विचार आनन्दी बेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में व्यक्त किये। उन्होंने शिक्षा के महत्व से ही अपनी बात प्रारंभ की। यह भी उल्लेखनीय है कि वह पहले शिक्षिका भी रही है। विद्यार्थी जीवन से ही उनकी पढ़ाई में रुचि रही है। बचपन में वह जिस विद्यालय में पढ़ती थी, उसमें मात्र तीन छात्राएं थी। आनन्दी बेन पढ़ाई के साथ साथ स्पोर्ट की भी चैंपियन थी।
आज भी दीक्षान्त समारोहों में कुलाधिपति के साथ साथ वह एक शिक्षिका के रूप में भी दिखाई देती है। लखनऊ विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी उनकी यही विशेषता दिखाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है। जिसके बल पर बड़े बदलाव व सुधार किए जा सकते है। वैसे भी शिक्षा मनुष्य का अधिकार है। इसके साथ ही यह जीवन के समस्तआयामों में संतुलन बनाये रखने का साधन है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी बचाओ को अभियान का रूप दिया। के जाता है। वह कहते है कि बेटियों का सम्मान होना चाहिए, तभी हमारा देश एक अच्छा भारत बनेगा। दीक्षान्त समारोह में राज्यपाल ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा राजीव कुमार व चन्द्रयान मिशन की निदेशक डा रितु करिधाल को मानद उपाधि से सम्मानित किया। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास का भी उल्लेख किया। यह उन उन विश्वविद्यालय शुमार हैं, जिसकी विरासत एक शताब्दी पुरानी है।
यहां के छात्रों द्वारा देश के सर्वोच्च सम्मान प्राप्त करने की क्षमता है। दो पद्म विभूषण,चार पद्म भूषण एवं उन्नीस पद्मश्री पुरस्कार यहां पूर्व छत्रों को हासिल हुई। इसके अलावा बीसी राय और शान्ति स्वरूप भट्नागर पुरस्कार भी यहां के छात्रों ने प्राप्त किये हैं। राज्यपाल ने इस उदाहरण से वहां मौजूद विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। कहा कि शिक्षा पर पूरा ध्यान देना चाहिए। विद्यार्थी मेहनत करेंगे तो सफलता अवश्य मिलेगी।
आनंदीबेन ने शिक्षिका के अंदाज में होनहार विद्यर्थियो को एक कार्य भी सौंपा। कहा कि मेडल प्राप्त करने वाले छात्र छात्राएं अपने आस पास के क्षेत्र में एक बेटा या एक बेटी को पढ़ाने में सहयोग दें। इससे समाज मेें अच्छा संदेश जायेगा। राज्यपाल ने लोककल्याण का भी विचार व्यक्त किया। कहा कि भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान योजना, उज्ज्वला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, मुद्रा योजना सहित विभिन्न योजनाओं को संचालित कर गरीब एवं पात्र लार्भािर्थयों को लाभान्वित करने का काम किया जा रहा है। देश में स्वच्छता अभियान चलाया गया। ग्यारह करोड़ शौचालय बनाने का रिकार्ड बना। उन्होंने पढ़े लखनऊ बढ़े लखनऊ अभियान की सफलत पर सन्तोष व्यक्त किया।
जिसमें नौ लाख सठत्तर हजार छात्र छात्राओं ने एक साथ पुस्तकें पढ़कर एक नया विश्व रिकार्ड बनाया था। उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री डा दिनेश शर्मा ने मेडल प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने अन्य विद्यार्थियों को भी बेहतर करने की प्रेरणा दी। कहा कि दीक्षान्त समारोह विद्यार्थियों के लिए विशेष अवसर होता है। वर्तमान सरकार द्वारा कौशल विकास के माध्यम से शिक्षा व रोजगार दिये जाने का काम किया जा रहा है।
इससे भी युवकों का भला हो रहा है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डा राजीव कुमार ने कहा कि आज हमारे देश पर पूरी दुनिया की नजर है। भावी पीढ़ी पर देश को आगे ले जाने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। कुलपति प्रो सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने विश्वविद्यालय के प्रगति आख्या प्रस्तुत की। दीक्षान्त समारोह में विशेष रूप से आमंत्रित प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पुस्तक व उपहार देकर सम्मानित किया गया। राज्यपाल ने विश्विद्यालय के पिछले तीन वर्षों के कार्यवृत्त व शैक्षिक कैलेन्डर की पुस्तक का विमोचन भी किया। राज्यपाल के दीक्षांत संबोद्धन से विद्यर्थियो को प्रेरणा मिली।