लखनऊ । पूर्व मंत्री एवं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने अब साफ कर दिया है कि वह भाजपा या किसी अन्य दल में शामिल होने नहीं जा रहे हैं बल्कि अपनी ही पार्टी के संगठन को एक बार फिर खड़ा करेंगे। इसी क्रम में उन्होंने शुक्रवार को प्रसपा के आठ प्रकोष्ठों के अध्यक्षों का ऐलान कर दिया।
प्रसपा के राष्ट्रीय महासचिव आदित्य यादव ने पत्र जारी करते हुए बताया कि युवजन सभा के दोबारा अध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी बनाए गए। यूथ ब्रिगेड के नितिन कोहली, छात्र सभा का दिनेश यादव को अध्यक्ष बनाया गया। लोहिया वाहिनी का प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद आलम खान को बनाया गया। पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल वर्मा और महिला सभा के प्रदेश अध्यक्ष सम्मी बोहरा को बनाया गया। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष संगीता यादव तो अजीत यादव को अधिवक्ता महासभा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। शिक्षक सभा का प्रदेश अध्यक्ष रवि यादव को बनाया गया है।
याद हो कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल ने 2018 में अपने भतीजे अखिलेश यादव के साथ विवाद के बाद पार्टी का गठन किया था। वहीं 2022 विधानसभा चुनाव में शिवपाल ने अखिलेश की सपा से गठबंधन किया और जसवंत नगर निर्वाचन क्षेत्र से सपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ा, जीत भी हासिल की। चुनाव बाद शिवपाल यादव सपा में खुद को उपेक्षित महसूस करने लगे। सपा से बढ़ते तनाव के बीच उनका झुकाव भाजपा की तरफ देखा जाने लगा। माना जा रहा है कि वो भाजपा में जा सकते हैं। हालांकि खुद शिवपाल इस स्थिति पर अभी साफ नहीं कहा है। उनका कहना है कि समय आने पर फैसला सबके सामने लाया जायेगा।