तनावपूर्ण माहौल में मनाया गया बीबीएयू का विश्वविद्यालय दिवस
लखनऊ, 10 जनवरी: बुधवार को बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में तनावपूर्ण माहौल के बीच विश्वविद्यालय दिवस मनाया गया। बी.टेक. छात्रों द्वारा डॉ. अम्बेडकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर आरोपी छात्रों को निष्कासित करने के लिए छात्र संगठनों ने प्रदर्शन जारी रखा। छात्र संगठनो ने सुबह विवि प्रशासन को बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने से रोक दिया, यह बात कहकर कि डॉ. अम्बेडकर को गाली देने को बचाने वाले को माल्यार्पण करने कोई अधिकार नहीं है। इसके बाद दोपहर में छात्रों ने अम्बेडकर स्वाभिमान मार्च निकाला गया। छात्रों ने एक दिवसीय सेमिनार समापन के बाद कुलपति का घेराव किया। देर शाम आश्वासन के बाद छात्रों ने प्रदर्शन स्थगित कर दिया। साथ ही छात्रों ने अल्टीमेटम दिया कि अगर दो दिन में आरोपियों पर कार्यवाही न हुई तो बड़ा आंदोलन होगा।
विश्वविद्यालय दिवस के एक दिवसीय सेमिनार में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रमेश चंद्रा ने विवि के इतिहास पर चर्चा की और छात्रों से विश्वविद्यालय के बारे में संवाद किया। प्रो. चंद्रा ने कहा कि मैं ऐसे किसी किसी धर्म और ग्रन्थ को नहीं मानता हूं, जिसमें मानवता न हो।बाबासाहेब हिंदुस्तान के नेता नहीं थे, वे पूरे विश्व के नेता हैं।
उन्होने कहा कि बाहर के अराजक लोग विवि का माहौल ख़राब करते है। बीबीएयू परिसर के अम्बेडकर भवन परिसर में स्थित डॉ. अम्बेडकर की बड़ी प्रतिमा पर ज़ब विवि के प्रशासनिक अधिकारी माल्यार्पण करने पहुँचे तो वहां उन्हें छात्रों ने माल्यार्पण नहीं करने दिया।
छात्रों का कहना है कि जो बाबासाहेब पर अभद्र टिप्पणी करने वाले छात्रों को संरक्षण दे रहा है, ऐसे लोगों को बाबासाहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का कोई अधिकार नहीं है। हालांकि विवि के प्रशासनिक अधिकारी अटल बिहारी सभागार में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। छात्रों ने अम्बेडकर भवन से कुलपति आवास तक अम्बेडकर स्वाभिमान मार्च निकालकर आरोपी छात्रों पर कार्यवाही करने की मांग करते रहे। देर शाम धरना प्रदर्शन आश्वासन पर खत्म हुआ। विवि कुलपति ने प्रोफेसर संजय सिंह ने छात्रों से दो दिन समय माँगा है।साथ ही आरोपी छात्रों पर कार्यवाही करने की बात कही।