सडकों की खुदाई से व्यापार पर फर्क
घनी आबादी वाले लखनऊ के बाजारों की हालत इस समय काफी ख़राब है। इनमें कई तरह के काम किए जाते हैं और फिर उन्हें अधूरा छोड़ दिया जाता है जिससे तमाम तरह की अव्यवस्था पैदा होती है। नतीजा बाजारों के व्यापारियों और वहां आने वाले ग्राहकों को भुगतना पड़ता है। शहर के सबसे घने और पुराने बाजार अमीनाबाद में खरीदारों की संख्या इन दिनों तेजी से बढ़ रही है।
इस बाजार की नजीराबाद रोड को जल निगम ने दस दिन पहले खोद कर छोड़ दिया है। इस कारण व्यापारियों के साथ खरीदारों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। इसके अलावा व्यापारी लंबे समय से बाजार में पानी, शौचालय और पार्किंग आदि की दिक्कतों से जूझ रहे हैं ।
इस बारे में एक रिपोर्ट बताती है कि नजीराबाद मोड़ से कैसरबाग आनंद सिनेमा चौराहे तक करीब पांच सौ मीटर की सड़क पर दोनों ओर चार सौ से अधिक दुकानें हैं। लेकिन इस बाजार में एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। पुरुष व महिला दुकानदारों, कर्मचारियों के साथ ही ग्राहकों को शौचालय के लिए काफी मुश्किलें झेलनी पड़ती हैं। महिलाओं को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है । कैसरबाग से नजीराबाद रोड आने वाले रास्ते को जल निगम के ठेकेदार ने खोद दिया है।
दुकानदारों के मुताबिक सीवर कार्य के लिए खुदाई हुई थी। सड़क खोदकर मजदूर चले गए। अब लोगों को चलने में दिक्कत हो रही है। इस आधार किलोमीटर की बाजार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है। लोग हनुमान मंदिर मोहन मार्केट वाली रोड पर दोपहिया वाहनों को लगाकर नजीराबाद बाजार की ओर से जाते हैं। नजीराबाद रोड पर तीन कॉम्प्लेक्स में ही कुछ गाड़ियों की निजी पार्किंग है। बाकी ग्राहकों और दुकानदारों के वाहन दुकान के बाहर ही खड़े रहते हैं। जो ट्रैफिक जाम के शिव कुछ नहीं देतें।